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मिलिए IAS-IPS पति-पत्नी की जोड़ी से, जो छत्तीसगढ़ में कर रहे नक्सलवाद को खत्म

छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक क्षेत्र में एक युवा आईएएस और आईपीएस जोड़े की चर्चाएं अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. प्रशासनिक फेरबदल की नई लिस्ट में उनका नाम आने के बाद एक बार फिर से उनके काम और उपलब्धियों पर सबकी नजरें टिकी हैं. आइए जानते हैं इस जोड़े और उनके करियर के बारे में.

मिलिए  IAS-IPS पति-पत्नी  की जोड़ी से, जो छत्तीसगढ़ में कर रहे नक्सलवाद को खत्म
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( Image Source:  instagram-@nikhil_rakhecha )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 17 Dec 2025 6:34 PM IST

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां प्रशासन और सुरक्षा हमेशा बड़ी चुनौती रहे हैं, वहीं एक IAS–IPS पति-पत्नी की जोड़ी अपने काम से नई मिसाल कायम कर रही है. कलेक्टर के रूप में विकास योजनाओं की कमान और एसपी के तौर पर नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई.

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दोनों मोर्चों पर यह कपल पूरी मजबूती से डटा हुआ है. इनके फैसले, रणनीति और ज़मीनी कार्यशैली ने न सिर्फ प्रशासनिक हलकों में, बल्कि आम लोगों के बीच भी इन्हें खास पहचान दिलाई है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में इस अफसर जोड़ी का नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है.

बड़ा प्रशासनिक फेरबदल और ट्रांसफर

मंगलवार को राज्य प्रशासन में व्यापक बदलाव देखने को मिला. सरकार ने छह जिलों के कलेक्टरों सहित कुल 11 आईएएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए. इस फेरबदल में युवा और चर्चित आईएएस अधिकारी नम्रता जैन का नाम भी शामिल रहा. उन्हें नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले की कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जहां अब वे प्रशासनिक कमान संभालेंगी.

आईपीएस पति के साथ नक्सल इलाके की जोड़ी

नम्रता जैन के जीवनसाथी निखिल राखेचा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. इस समय वे नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिले में पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात हैं और लगातार उग्रवादियों के खिलाफ सख्त अभियान चला रहे हैं. प्रशासनिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में इस अफसर दंपती की भूमिका खास तौर पर नक्सल प्रभावित इलाकों में सराही जाती रही है.

नक्सल इलाकों में पहले भी रही पोस्टिंग

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम करने का अनुभव नम्रता के लिए बिल्कुल नया नहीं है. इससे पहले वे सुकमा जिले में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. उस दौरान उनके पति निखिल भी उसी जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ थे. दोनों ने मिलकर प्रशासन और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए, जिसकी व्यापक सराहना हुई थी. इसके अलावा नम्रता ने रायपुर, महासमुंद और कोरिया जैसे जिलों में भी अलग-अलग प्रशासनिक भूमिकाएं निभाई हैं. उन्होंने एसडीएम, अपर कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपने कार्यकुशल नेतृत्व और प्रशासनिक क्षमता की छाप छोड़ी है.

पर्सनल लाइफ

नम्रता और निखिल ने साल 2021 में शादी रचाई थी. शादी के दौरान भी यह प्रशासनिक जोड़ी आम लोगों और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी रही. दोनों अधिकारियों ने मिलकर कई नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति व्यवस्था कायम करने और सुरक्षा तंत्र को सशक्त बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई है.

पति निखिल की उपलब्धियां

एसपी निखिल राखेचा ने गरियाबंद में कई बड़े नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया है. इनमें एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति का एनकाउंटर शामिल है. निखिल की इस उपलब्धि ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया. इसी अभियान के दौरान कई बड़े नक्सली सरेंडर भी हुए. नम्रता जैन के लिए अब नई जिम्मेदारी नारायणपुर जिले की कमान संभालना है. यह पहला मौका है जब वे कलेक्टर के रूप में नक्सल प्रभावित जिले का नेतृत्व करेंगी. प्रशासन और सुरक्षा के लिए उनके अनुभव और जोड़ी की ताकत इस चुनौती में मददगार साबित होगी.

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