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स्वतंत्रता दिवस पर थाना प्रभारी से विवाद और ट्रांसफर की मांग पर छिड़ा विवाद, एएसआई ने की आत्महत्या

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ के भैरमगढ़ सीपीआई (माओवादी) हथियार सप्लाई केस में एक और गिरफ्तारी की है. एजेंसी ने अमन केशरवानी नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है.

स्वतंत्रता दिवस पर थाना प्रभारी से विवाद और ट्रांसफर की मांग पर छिड़ा विवाद, एएसआई ने की आत्महत्या
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 17 Aug 2025 4:53 PM IST

स्वतंत्रता दिवस की सुबह छत्तीसगढ़ के बलोद ज़िले से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई. जिले के पुलिस लाइन बैरक में तैनात सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) हिरामन मंडावी ने आत्महत्या कर ली. शनिवार की सुबह जब अन्य आरक्षक अपनी ड्यूटी के लिए बैरक पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि हिरामन मंडावी पंखे से लटके हुए हैं. सहकर्मियों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया.

मूल रूप से दुर्ग जिले के रहने वाले हिरामन मंडावी का लगभग सात माह पहले बलोद में ट्रांसफर हुआ था. सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ समय से वह मानसिक दबाव में थे और उन्होंने हाल ही में अपने एसपी से दुबारा ट्रांसफर की गुज़ारिश भी की थी. बताया जा रहा है कि उनका अपने थाना प्रभारी के साथ विवाद भी हुआ था, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई थी. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है.

दूसरी ओर, एनआईए की बड़ी कार्रवाई

इसी बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ के भैरमगढ़ सीपीआई (माओवादी) हथियार सप्लाई केस में एक और गिरफ्तारी की है. एजेंसी ने अमन केशरवानी नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिस पर आरोप है कि वह लंबे समय से माओवादियों के लिए हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई की साजिश में शामिल था. जांच एजेंसी के अनुसार, अमन केशरवानी उत्तर प्रदेश से रिवाल्वर और कारतूस की व्यवस्था करता और उन्हें छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सक्रिय माओवादी सदस्यों तक पहुचंता था. पुलिस और एनआईए को शक है कि यह गिरोह कई महीनों से नक्सलियों को हथियार उपलब्ध कराने की गुप्त गतिविधियों में लगा हुआ था.

खुलेंगे नेटवर्क के तार

गौरतलब है कि इस मामले की शुरुआत भैरमगढ़ तहसील में हुई एक बड़ी कार्रवाई से हुई थी, जब पुलिस ने पांच आरोपितों को हथियार सप्लाई मामले में गिरफ्तार किया था. जुलाई 2023 में राज्य पुलिस ने इन पांचों के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र पेश किया था. इसके बाद जब जांच एनआईए को सौंपी गई, तो एजेंसी ने अप्रैल 2025 में तीन और आरोपितों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था. अब अमन केशरवानी की गिरफ्तारी के बाद इस नेटवर्क के और भी गहरे तार खुलने की संभावना जताई जा रही है.

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