वाई-फाई लगवाने के बहाने बुलाया घर, फिर लगाया बलात्कार का झूठा आरोप
रायपुर से एक मामला सामने आ रहा है जिसमें दो महिलाएं और ब्लैकमेलिंग गैंग को पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस को शक है कि इन आरोपियों ने और लोगों को भी चूना लगाया होगा. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच हो रही है.

इन दिनों ठगी के मामलों ने रेस पकड़ ली है. लोग किसी न किसी तरह से लोगों को ठगने की राह देखते रहते हैं. हाल में रायपुर से एक मामला सामने आ रहा है जिसमें दो महिला और ब्लैकमेलिंग गैंग को पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने एक शख्स को अपने घर पर वाई-फाई कनेक्शन के बहाने बुलाया और बाद में उसपर बलात्कार का इल्जाम लगा दिया. यह मामला डीडी नगर के निवासी राघव मिश्रा का है, जो कि एक एयरटेल वाई-फाई कनेक्शन लगाने का काम करते हैं.
अनु अग्रवाल नाम की एक महिला है जिसने राघव को फोन किया था और कहा था कि उनकी दोस्त जिनका नाम खुशबू तिवारी है को वाई-फाई लगवाना है. फिर राघव को एक जगह पर बुलाया. राघव उस जगह पर गया तो वहां पर अनु और खुशबू ने उसका स्वागत किया. दोनों महिलाओं ने राघव को अंदर बुलाया, थोड़ी देर बात की और फिर राघव से वॉशरूम जाने का बहाना कर बाहर चली गईं. बाहर जाकर दोनों ने अपने साथियों को फोन किया. जब राघव वहां से जाने लगा तो दो आदमी मौके पर आए और अपनी पहचान पुलिस वाले के नाम से कराई. दोनों आदमी का नाम प्रदीप सिंह और मदन सोना था. दोनों नकली पुलिस वालों ने राघव से बलात्कार और छेड़छाड़ के बारे में पूछताछ की. आपको बता दें यह आरोप उन दो महिलाओं ने लगाए थे. आरोपियों ने राघव को धमकाया कि वे पुलिस में मामला दर्ज करेंगे और पैसे ऐंठ लिए.
झूठे बलात्कार की धमकी
जब बाद में दोनों महिलाए वापस आईं और आरोपों को फिर से दोहराया तो मामला बिगड़ गया. आरोपियों ने राघव को धमकी दी और इन आरोपों से बचने के लिए 20,000 रुपए मांगे. पूरे पैसे न होने पर राघव ने मां से 8000 रुपए लिए और आरोपियों को बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए.
इस घटना के बाद राघव घर वापस लौटा और परिवार वालों को हादसे के बारे में बताया. उसके बाद परिजन ने पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत कराई. पुलिस ने आरोपियों का डिजिटल पेमेंट से पता लगा लिया. पुलिस को शक है कि इन आरोपियों ने और लोगों को भी चूना लगाया होगा. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच हो रही है. रायपुर के SSP संतोष सिंह ने कहा कि एक आरोपी आदतन अपराधी है. सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
SSP ने आगे कहा इस गेम का मेन मुखिया प्रदीप सिंह है, जो एक ट्रक ड्राइवर है. प्रदीप का पहले का भी इतिहास है, उसके खिलाफ 2022 में POCSO एक्ट के तहत एक गंभीर मामला भी शामिल है.