एक साल पहले मिली थी डेड बॉडी, अब जिंदा लौटी दर्जी की पत्नी और दो बेटियां
दर्जी की पत्नी और दोनों बेटियां झगड़ा करके घर से निकली थीं. कुछ दिन बाद तीन महिलाओं के शव मिले तो दर्जी ने उनकी पहचान भी कर ली. अब उसकी पत्नी और दोनों बेटियां जिंदा लौट आई हैं. इस खबर से अब पुलिस भी हैरान और परेशान है.

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर एक अजीब घटनाक्रम हुआ है. यहां रहने वाले एक दर्जी की लापता पत्नी और दो बेटियों की लाश पिछले साल अगस्त में मिली थी. दर्जी ने खुद इनकी पहचान भी की थी. लेकिन अब उसकी पत्नी और दोनों बेटियां जिंदा लौट आई हैं. ऐसे में सवाल यह है कि जिन तीन डेड बॉडी की उस समय दर्जी की पत्नी और बेटियों के रूप में पहचान हुई थी, वह कौन थीं. इस घटनाक्रम को लेकर अब पुलिस भी हैरान और परेशान है. रायगढ़ पुलिस के मुताबिक पिछले साल तीनों शव सड़े गले हालत में मिले थे. दर्जी ने भी उनकी पहचान कपड़ों से की थी.
अब पता चला है कि दर्जी हसन की 38 वर्षीय पत्नी राबिया उससे झगड़ा कर अपनी दो बेटियों को साथ लेकर राजस्थान चली गई थी. कुछ दिन वहां रहने के बाद आर्थिक समस्या हुई तो अपने मायके झारखंड चली गई. हालांकि करीब एक महीने पहले वह वहां से भी लौट आई और अपने पति के साथ रह रही है. इन लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं दी. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि जिस दर्जी की पत्नी और बेटियों का शव मिला था, वो जिंदा हैं. इस सूचना पर महकमे में हड़कंप मच गया. आनन फानन में पुलिस दर्जी के घर पहुंची और मामले को तस्दीक किया.
बड़ा सवाल, वो तीनों कौन ?
रायगढ़ थाना प्रभारी विमलेश सिंह के मुताबिक हसन और उसकी पत्नी के अलावा उसकी दोनों बेटियों का बयान दर्ज किया है. इसमें इन्होंने किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है. उन्होंने बताया कि उस घटना के बाद दर्जी हसन भी पास्ता स्थित अपना किरायेका घर छोड़कर अपना नया ठिकाना यहां से 70 किलोमीटर दूर कुसमी में बना लिया था. रायगढ़ के एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मुताबिक उस समय दर्जी हसन ने ही तीनों शवों की पहचान की थी. उस समय उन शवों का पोस्टमार्टम कराया गया था. इससे पता चला था कि उन तीनों महिलाओं ने आत्महत्या किया था. ऐसे में अब पुलिस यह पता करने की कोशिश करेगी कि दर्जी की पत्नी और बेटियां जिंदा है तो वो तीन महिलाएं कौन थीं, जिनका उस समय कफन दफन किया गया था.