आसमान का कहर! छत्तीसगढ़ में गिरी बिजली, 8 लोगों की मौत
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के जोरातराई गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में 4 बच्चे भी शामिल हैं. हादसे के समय सभी लोग एक पान की दुकान के अहाते में रुके हुए थे. इस दौरान तेज गड़गड़ाहट के साथ उन लोगों पर बिजली आ गिरी.

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ से बड़ा हादसे की खबर सामने आई है जिसमें सभी को चिंता में डाल दिया है. राज्य के राजनांदगांव जिले के जोरातराई गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में 4 बच्चे भी शामिल हैं. इस हादसे की जानकारी सोमवार 23 सितंबर को दी गई है.
हादसे के समय सभी लोग एक पान की दुकान के अहाते में रुके हुए थे. इस दौरान तेज गड़गड़ाहट के साथ उन लोगों पर बिजली आ गिरी. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची.
पुलिस ने दी जानकारी
आकाशीय बिजली की घटना को लेकर राजनांदगांव के एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आसमान से बिजली गिरने से चार बच्चे समेत आठ लोगों की मौत हो गई. प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत कार्य शुरू किया गया. घटना के बाद गांव में दहशत फैली हुई है. वहीं कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा, "जोरातराई गांव में बरसात के समय आकाशीय बिजली गिर गईघटना में 8 लोगों की मृत्यु हो गई है. एक व्यक्ति घायल हुआ है जिसे अस्पताल भेजा गया है."
भूपेश बघेल ने जताया दुख
इस हादसे पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुख जताया है. उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, घटना में लोगों खबर सुनकर दुख हुआ. 4 बच्चों के साथ 8 लोगों की मृत्यु होना बेहद दर्दनाक है. उन्होंने कहा कि ईश्वर मृतकों के परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे और मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करे. ओम शांति: मेरा सरकार से अनुरोध है कि मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद प्रदान की जाए और मुआवजा दिया जाए.
सांप को जिंदा जलाया
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक 22 साल के युवक को सांप ने काट लिया और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने सांप को पकड़ लिया और उसे जिंदा जला दिया. लोगों ने कहा कि हमें डर था कि सांप और किसी को न काट ले. इसलिए उन लोगों ने सांप को जला दिया. जिला प्रशासन अधिकारियों ने कहा कि लोगों को संर्पदंश के बारे में जागरूक करने की जरूरत है.