बागी हुए तेजू भैया! भाई वीरेंद्र पर तेज प्रताप का हमला, बोले- जयचंदों ने मुझे निकाला... अब देखूं RJD का न्याय
राजद विधायक भाई वीरेंद्र पर SC-ST अधिकारी को धमकाने का आरोप लगा है. FIR भी दर्ज हो चुकी है. इस पर तेज प्रताप यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे तो जयचंदों की साजिश से पार्टी से निकाला गया, अब देखना है RJD अपने विधायक पर क्या कार्रवाई करती है. क्या संविधान का सम्मान अब भी भाषणों में ही रहेगा?

तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर आरजेडी नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है. इस बार निशाने पर हैं पार्टी विधायक भाई वीरेंद्र. तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर बाबा साहब आंबेडकर की तस्वीर वाला एक कार्टून शेयर करते हुए पूछा है कि क्या आरजेडी अब भीमराव आंबेडकर के अपमान और SC-ST समाज के खिलाफ कथित टिप्पणी करने वाले विधायक पर कार्रवाई करेगी?
उन्होंने एक्स पर लिखा, “मुझे तो जयचंदों की साजिश के तहत पार्टी से बाहर किया गया, अब देखना है कि भाई वीरेंद्र जैसे नेताओं पर भी उतनी ही सख्ती दिखाई जाएगी या नहीं.” इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि तेज प्रताप यादव अब परिवार से बगावत कर सकते हैं.
भाई वीरेंद्र पर SC-ST ऐक्ट में मामला दर्ज
राजद विधायक भाई वीरेंद्र पर पंचायती राज विभाग के एक दलित अधिकारी संदीप कुमार ने अभद्र व्यवहार और धमकी देने का आरोप लगाया है. पटना के अनुसूचित जाति/जनजाति थाना में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है. आरोप है कि विधायक ने पंचायत सचिव को फोन कर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी. मामला अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है.
विधायक ने कहा- जूते से पीटूंगा
शिकायतकर्ता संदीप कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब वे फोन पर विधायक को नहीं पहचान पाए तो भाई वीरेंद्र भड़क गए और कहा कि “जूते से पीटूंगा”. जब उन्होंने इसका विरोध किया और तबादले की बात कही, तो जवाब मिला कि "तेरा और भी बुरा हाल होगा". यह भाषा उस राजनीतिक पार्टी के विधायक की है जो खुद को सामाजिक न्याय की सबसे बड़ी पैरोकार बताती रही है.
वायरल ऑडियो क्लिप से गरमाया मामला
विवाद के बाद एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव के बीच हुई कथित बातचीत सुनाई देती है. कहा जा रहा है कि मामला एक समर्थक के परिजन के मृत्यु प्रमाणपत्र को लेकर था, जिसे लेकर विधायक ने अधिकारी पर दबाव बनाया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया. पंचायत सचिव ने बताया कि उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को जानकारी दी और उन्हीं के सुझाव पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
विपक्ष और जन सुराज पार्टी का हमला
इस मुद्दे पर भाजपा और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी हमला बोला है. भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह घटना बताती है कि राजद एक अराजक पार्टी बन चुकी है. उन्होंने जनता से अपील की कि 2025 के विधानसभा चुनाव में ऐसे दल को सत्ता से दूर रखा जाए. प्रशांत किशोर ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राजद अभी भी 'कट्टा संस्कृति' में जी रही है. भाई वीरेंद्र की भाषा और व्यवहार दिखाता है कि उनमें कोई बदलाव नहीं आया है."
RJD की चुप्पी पर सवाल
इस पूरे विवाद पर अभी तक आरजेडी नेतृत्व की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. तेज प्रताप के सवालों और सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी को असहज स्थिति में डाल दिया है. क्या पार्टी इस मामले में नैतिक साहस दिखाएगी या चुप्पी साधे रहेगी? तेज प्रताप का हमला केवल एक विधायक पर नहीं, बल्कि उस दोहरे मापदंड पर है जो पार्टी के भीतर आचरण और अनुशासन को लेकर अपनाए जा रहे हैं.