SIR और वोट चोरी के खिलाफ राहुल की हुंकार! थोड़ी देर में शुरू होने जा रही है कांग्रेस की वोट अधिकार यात्रा, जानें सब कुछ
राहुल गांधी आज से "वोट अधिकार यात्रा" की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसका मकसद SIR (Systematic Institutional Rigging) और कथित वोट चोरी के खिलाफ जनता को जागरूक करना है। कांग्रेस का दावा है कि लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं और मतदाताओं के अधिकार छीने जा रहे हैं. इस यात्रा में राहुल गांधी देशभर में युवाओं, किसानों और महिलाओं से जुड़ेंगे.

बिहार में विधानसभा चुनाव अगले दो महीने में होने और ऐसे में चुनाव जैसै- जैसे नजदीक आता जा रहा है. उसी प्रकार सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत लगा रही है. विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज से अपनी बहुप्रतीक्षित ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं.
यह यात्रा बिहार के सासाराम से सुबह 11:30 बजे रवाना होगी और पहले दिन का समापन औरंगाबाद में रात्रि विश्राम के साथ होगा. राहुल गांधी का यह अभियान लोकतांत्रिक मूल्यों, मताधिकार और चुनावी पारदर्शिता को बचाने की एक बड़ी कवायद के रूप में देखा जा रहा है.
यह 16 दिवसीय यात्रा विशेष रूप से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया और कथित सुनियोजित "वोट चोरी" के खिलाफ जनता को जागरूक करने का प्रयास है. कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा सिर्फ विरोध का स्वर नहीं बल्कि लोकतंत्र की आत्मा की रक्षा के लिए एक राष्ट्रीय आंदोलन बनेगी.
साजिश के खिलाफ जनता की यात्रा
दिल्ली के इंदिरा भवन में प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि, 'यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि जनांदोलन है. 'वोट अधिकार यात्रा' लोकतंत्र के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी. यह गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और हाशिये पर खड़े नागरिकों की आवाज़ को मिटाने की सुनियोजित साजिश के खिलाफ एक विरोध है.
बीजेपी और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. पार्टी का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा के दबाव में आयोग मतदाता सूची में धांधली कर रहा है. खेड़ा ने कहा कि, 'यह सिर्फ वोट की चोरी नहीं है यह पहचान की चोरी है. यह पूरे समुदायों को चुनावी प्रक्रिया से मिटा देने का खतरा पैदा करता है, जिससे उनके सरकारी योजनाओं तक पहुँच और लोकतांत्रिक ढाँचे में उनकी हिस्सेदारी खतरे में पड़ जाती है।
यात्रा का पूरा शेड्यूल
- 17 अगस्त – सासाराम, रोहतास (यात्रा की शुरुआत)
- 18 अगस्त – देव रोड, अम्बा-कुंडुम्बा
- 19 अगस्त – हनुमान मंदिर, पूनम, वजीरगंज
- 20 अगस्त – विश्राम दिवस
- 21 अगस्त – तीन मोहनी दुर्गा मंदिर, शेखपुरा
- 22 अगस्त – चंद्र बाग चौक, मुंगेर
- 23 अगस्त – कुरसेला चौक, बरारी, कटिहार
- 24 अगस्त – खुशकीबाग, कटिहार से पूर्णिया
- 25 अगस्त – विश्राम दिवस
- 26 अगस्त – हुसैन चौक, सुपौल
- 27 अगस्त – गंगवारा महावीर स्थान, दरभंगा
- 28 अगस्त – रीगा रोड, सीतामढ़ी
- 29 अगस्त – हरिवाटिका गांधी चौक, बेतिया
- 30 अगस्त – एकमा चौक, छपरा
- 31 अगस्त – विश्राम दिवस
- 1 सितम्बर – भव्य समापन रैली, पटना
1300 किलोमीटर की यात्रा, विपक्षी नेताओं की मौजूदगी
कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा बिहार के लगभग 1,300 किलोमीटर के इलाके को कवर करेगी और उन क्षेत्रों में जाएगी जहाँ मतदाता वंचित होने की शिकायतें सबसे ज्यादा हैं। इस यात्रा में विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA Alliance) के बड़े नेता भी शामिल होंगे, जिनमें आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का नाम प्रमुख है।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तर्ज पर नया आंदोलन
कांग्रेस मानती है कि जैसे राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने देश की राजनीति को नई दिशा दी थी, वैसे ही ‘वोट अधिकार यात्रा’ लोकतंत्र की बुनियादी धारा. सार्वभौमिक मताधिकार की रक्षा के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित होगी.