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अंधेरे में हवालात - दोपहर में जमानत, प्रशांत किशोर का Bail Bond भरने से इनकार, अब क्या करेंगे PK?

BPSC Row: जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पटना सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई. जन सूरज ने आरोप लगया कि पुलिस ने किशोर को थप्पड़ मारा और एक समर्थक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसका चश्मा फेंक दिया.

अंधेरे में हवालात - दोपहर में जमानत, प्रशांत किशोर का Bail Bond भरने से इनकार, अब क्या करेंगे PK?
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BPSC Row
( Image Source:  ANI )
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 6 Jan 2025 2:35 PM IST

BPSC Row: बिहार में BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को सोमवार तड़के सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया गया. पटना पुलिस उन्हें धरना स्थल से ले गई थी. PK को पटना सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई. करीब 6 से 7 घंटों तक पुलिस उन्हें अस्पताल और थाने तक घुमाती रही.

जन सूरज ने आरोप लगया कि पुलिस किशोर को जबरन अस्पताल ले गई. आरोप यह भी लगे कि पुलिस ने किशोर को थप्पड़ मारा और एक समर्थक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसका चश्मा फेंक दिया. घटना से जुड़े वीडियो भी ऑनलाइन वायरल हो रहे, जिसमें उन्हें थप्पड़ मारते हुए दिखाया गया है.

सुबह-सुबह PK को ले गई पुलिस

जिला प्रशासन का बयान

पटना के DM चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रशांत किशोर और अन्य लोग गांधी मैदान में अवैध रूप से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जो एक प्रतिबंधित क्षेत्र है. उन्हें अपना विरोध गर्दनीबाग में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया. कानून का उल्लंघन करने के लिए उन्हें और उनके समर्थकों के खिलाफ गांधी मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज की गई थी.

'अनशन तुड़वाने की कोशिश...'

किशोर की पार्टी ने एक पोस्ट में कहा, 'पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर उनका अनशन तुड़वाने की कोशिश की. अनशन तुड़वाने में विफल रहने के बाद प्रशासन प्रशांत किशोर को किसी दूसरी जगह ले जाने की कोशिश कर रहा है. पुलिस ने एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने के लिए उमड़ी भीड़ पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया.'

अब क्या करेंगे PK?

जमानत मिलने के बाद सबसे बड़ा सवाल है कि प्रशांत किशोर का अगला कदम क्या होगा, क्योंकि वो अमनरण अनशन पर बैठे थे, तो क्या वो तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे या फिर बैकफूट पर आकर इसे बंद कर देंगे. उनके पास दूसरे जगह अनशन करने का भी ऑप्शन है. ऐसे में उनका अगला कदम छात्र आंदोलन और सरकार को विधानसभा चुनाव के लिए घेरने की तैयारी का रोडमैप तय करेगा.

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