बिहार में सब चंगा नहीं! बगावत पर क्यों उतरे मनीष कश्यप? बोले- पीएम की रैली फ्लॉप होनी चाहिए | Video
बिहार के बिक्रमगंज में 30 मई को होने वाली पीएम मोदी की रैली से पहले बीजेपी नेता मनीष कश्यप ने रैली में शामिल होने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि रैली में पैसे देकर भीड़ जुटाई जाती है और बिहार की असल समस्याओं को पीएम मोदी नहीं समझते. मनीष की नाराजगी अस्पताल में पिटाई के बाद पार्टी से समर्थन न मिलने को लेकर है.

30 मई को बिक्रमगंज में पीएम मोदी की रैली को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. इसी बीच बीजेपी नेता और यूट्यूबर मनीष कश्यप ने इस रैली में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है. मनीष का आरोप है कि रैली में पैसे देकर भीड़ जुटाई जाती है, जिससे पीएम मोदी को लगता है कि बिहार में सब कुछ ठीक है.
मनीष कश्यप ने जनता से अपील की है कि वे पीएम मोदी की इस रैली में भीड़ बनकर न जाएं. उनका कहना है कि अगर रैली फ्लॉप हुई तो सरकार बिहार की समस्याओं को समझेगी और विकास होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता पैसे देकर लोगों को रैली में बुलाएंगे, लेकिन जनता को ऐसे प्रलोभन में नहीं आना चाहिए.
बीजेपी नेताओं पर कड़ा प्रहार
मनीष ने कहा कि जितनी भीड़ बिहार में पीएम की रैलियों में होती है, उतनी कहीं और नहीं. वह बताते हैं कि गुजरात में तो उनकी रैली में इतनी भीड़ नहीं आती. इसके अलावा मनीष ने दावा किया कि बिहार में बीजेपी नेताओं की कोई सुनवाई नहीं होती, न अधिकारियों और न अस्पतालों में.
नाराजगी की असली वजह क्या?
मनीष कश्यप की नाराजगी की असल वजह हाल ही में पीएमसीएच में डॉक्टरों द्वारा उनकी पिटाई और अस्पताल में भर्ती होना बताया जा रहा है. इस घटना के बाद बीजेपी के किसी भी नेता ने मनीष का हालचाल नहीं पूछा और न ही उनकी मदद की, जिससे मनीष बीजेपी से नाराज हो गए हैं.
बीजेपी के भीतर गहराता विवाद
मनीष कश्यप का विरोध बीजेपी के लिए चिंता का विषय बन गया है, खासकर तब जब पीएम मोदी की रैली को लेकर माहौल पहले से ही तनावपूर्ण है. यह घटना पार्टी में आंतरिक विवाद और बिहार की राजनीति में नए सियासी हलचल का संकेत देती है, जो आगामी विधानसभा चुनाव पर भी असर डाल सकती है.