NDA में ही रहेंगे नीतीश कुमार, विपक्षी गठबंधन को दिया झटका; कहा- दो बार गलती हुई अब नहीं होगी
बीजेपी से नाराजगी और गठबंधन बदलने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे किसी भी राजनीतिक दल में आ-जा नहीं रहे. नीतीश ने कहा, "दो बार गलती हो चुकी थी, अब ऐसा नहीं होगा." उन्होंने कहा कि हमने सभी क्षेत्रों में विकास के काम किए हैं और बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ रहे हैं. हमारा लक्ष्य बिहार को आगे ले जाना है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हालिया बयान से विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. बीजेपी से नाराजगी और गठबंधन बदलने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे किसी भी राजनीतिक दल में आ-जा नहीं रहे. नीतीश ने कहा, "दो बार गलती हो चुकी थी, अब ऐसा नहीं होगा."
गोपालगंज में विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दो बार गलती से इधर-उधर कदम बढ़ाए थे, लेकिन अब हम हमेशा यहीं रहेंगे. हम सब मिलकर देश का विकास करेंगे.
बिहार की तरक्की पर दिया जोर
नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा कि बिहार में अब हिंदू-मुस्लिम विवाद की खबरें कम हो गई हैं. उन्होंने कहा कि हमने सभी क्षेत्रों में विकास के काम किए हैं और बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ रहे हैं. हमारा लक्ष्य बिहार को आगे ले जाना है.
दरवाजे हमेशा खुले हैं: लालू यादव
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नए साल के मौके पर कहा था कि उनके दरवाजे नीतीश कुमार के लिए हमेशा खुले हैं. इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि नीतीश कुमार फिर से इंडिया गठबंधन का रुख कर सकते हैं. लालू ने कहा था कि अगर नीतीश आते हैं, तो हम साथ लेंगे. जो बीता है, उसे माफ कर देंगे. लालू के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर नीतीश को लेकर चर्चा तेज हो गई थी.
क्यों लगाई जा रही थी अटकलें?
नीतीश कुमार की हालिया प्रगति यात्रा और उसमें बीजेपी के डिप्टी सीएम की अनुपस्थिति ने अटकलों को जन्म दिया. उनकी यात्राओं में बीजेपी के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा शामिल नहीं हुए, जिससे यह संकेत मिला कि दोनों दलों के बीच तनाव बढ़ रहा है.
फ़िलहाल एनडीए में रहेंगे नीतीश
गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान ने इन अटकलों को और बल दिया. उन्होंने कहा था कि बिहार चुनाव में एनडीए के नेता का फैसला बीजेपी का संसदीय बोर्ड करेगा. इसे नीतीश कुमार और बीजेपी के रिश्तों में खटास के संकेत के रूप में देखा गया. नीतीश कुमार के इस बयान से स्पष्ट है कि फिलहाल वे अपने वर्तमान गठबंधन में बने रहना चाहते हैं.