Begin typing your search...

मैं नीतीश कुमार... 10वीं बार ली बिहार के सीएम पद की शपथ, पीएम मोदी समेत कई नेता बने साक्षी

बिहार में ऐतिहासिक पल देखने को मिला जब नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों समेत एनडीए के शीर्ष नेताओं ने भाग लिया. सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेकर नई सरकार की औपचारिक शुरुआत की.

मैं नीतीश कुमार... 10वीं बार ली बिहार के सीएम पद की शपथ, पीएम मोदी समेत कई नेता बने साक्षी
X
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 20 Nov 2025 11:40 AM IST

बिहार की सत्ता ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. राज्य की राजनीतिक धुरी माने जाने वाले नीतीश कुमार ने आज अपने करियर का ऐसा अध्याय जोड़ा, जो किसी और मुख्यमंत्री ने अब तक नहीं छुआ- दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ. पटना का गांधी मैदान आज सुबह सिर्फ एक शपथ ग्रहण स्थल नहीं, बल्कि एक ऐसे पल का गवाह बना जिसने बिहार की राजनीति को नई दिशा और नया मायने दे दिए.

एनडीए की प्रचंड जीत के बाद यह समारोह सिर्फ सत्ता परिवर्तन का कार्यक्रम नहीं था, बल्कि केंद्र और राज्य के रिश्तों की मजबूती, राजनीतिक स्थिरता और आगामी पांच वर्षों की कार्ययोजना का संकेत भी बन गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र Modi से लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल के दिग्गज नेताओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक ऐतिहासिक बना दिया.

नीतीश कुमार का ऐतिहासिक शपथ ग्रहण

गुरुवार सुबह ठीक 11:30 बजे, नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रचा. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसके साथ ही सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जो इस बार भी बीजेपी की ओर से डिप्टी सीएम के चेहरे बनाए गए.

राष्ट्रीय नेतृत्व की मौजूदगी ने बढ़ाया समारोह का महत्व

शपथ ग्रहण समारोह की विशेषता रही एनडीए के शीर्ष नेताओं की भारी मौजूदगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह और जे.पी. नड्डा जैसे नेताओं का एक मंच पर होना इस नई सरकार के लिए मजबूत केंद्र–राज्य तालमेल का संकेत माना जा रहा है. पहली बार किसी मुख्यमंत्री के शपथग्रहण में पीएम की उपस्थिति को राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.

जीतन राम मांझी बोले- बिहार ने लिखा इतिहास

केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शपथ ग्रहण के अवसर पर कहा कि यह बिहार के लिए अभूतपूर्व क्षण है. उन्होंने कहा, “अब तक किसी मुख्यमंत्री ने दसवीं बार शपथ नहीं ली. यह अपने आप में देश के राजनीतिक इतिहास की अनोखी घटना है.” मांझी ने आगे कहा कि पीएम मोदी का शामिल होना इस कार्यक्रम को और अधिक ऐतिहासिक बनाता है.

नित्यानंद राय ने कहा- बिहार ने दिया ऐतिहासिक जनादेश

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने इस अवसर को बिहार के सम्मान का क्षण बताया. उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए पर जितना भरोसा दिखाया है, उतना कभी पहले नहीं था. “यह राज्य के विकास पथ पर आगे बढ़ने का संकेत है, और नीतीश कुमार का अनुभव नए बदलाव की नींव रखेगा,” राय ने कहा.

हम पार्टी ने दी बधाई- डबल इंजन की सरकार लौट आई

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कहा कि यह जनादेश बताता है कि जनता ने विकास पर मुहर लगाई है. उन्होंने कहा, “प्रचंड बहुमत के साथ एनडीए सरकार बनना इस बात का संकेत है कि लोग स्थिरता और विकास की सरकार चाहते हैं. आज फिर से डबल इंजन की सरकार जमीन पर आ रही है.”

बिहार की राजनीति का नया दौर

शपथ ग्रहण के साथ ही बिहार की नई सरकार से जनता की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं. दस बार मुख्यमंत्री बनना सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि नीतीश की राजनीतिक पकड़, अनुभव और बदलते समीकरणों को संभालने की क्षमता का प्रमाण है. अब पूरा राज्य नई कैबिनेट के गठन, विकास योजनाओं और प्रशासनिक बदलावों पर नजर टिकाए बैठा है.

नीतीश कुमार
अगला लेख