क्या आप भी मानसून में वाटरफॉल जाना चाहते हैं? उससे पहले देख लीजिए यह रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो
बिहार के गया जिले के लंगुरिया जलप्रपात में अचानक तेज पानी के बहाव में छह महिलाएं फंस गईं, लेकिन समय रहते ग्रामीणों की मदद से सभी को बचा लिया गया. इस घटना का वीडियो अब वायरल हो रहा है, जिसमें महिलाओं को पत्थरों के बीच फंसे और बहते हुए देखा जा सकता है. एक महिला घायल हुई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा एक स्पष्ट संदेश देती है कि प्रकृति के सामने लापरवाही भारी पड़ सकती है.

बिहार के गया जिले में रविवार को लंगुरिया जलप्रपात (Languriya waterfall Gaya) पर उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब अचानक पानी का तेज बहाव आ गया और 6 महिलाएं उसमें फंस गईं. इस खतरनाक घटना का वीडियो कैमरे में रिकॉर्ड हो गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह घटना न केवल लोगों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि ग्रामीणों की साहसिकता और सूझबूझ का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी है.
घटना उस समय की है, जब मौसम सामान्य था और कई पर्यटक वाटरफॉल के पास मौज-मस्ती कर रहे थे. अचानक पहाड़ियों से भारी मात्रा में पानी बहने लगा, जिससे वहां मौजूद लोग घबरा गए और जान बचाने के लिए भागने लगे, लेकिन इस दौरान छह महिलाएं पानी के बीच फंस गईं.
पानी के तेज बहाव में बही तीन महिलाओं को ग्रामीणों ने बचाया
करीब दो मिनट के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाएं जलप्रपात के मध्य में एक चट्टान पर फंसी हुई थीं और उनके चारों ओर पानी बेहद तेज़ी से बह रहा था. एक महिला ने हिम्मत करके चट्टान पार करने की कोशिश की और सुरक्षित बाहर निकल आई. इसके बाद तीन महिलाओं ने भी चट्टान पार करने की कोशिश की, लेकिन पानी के तेज बहाव में फिसलकर गिर पड़ीं. हालांकि वहां मौजूद ग्रामीणों ने बिना देरी किए जान पर खेलते हुए उन तीनों को खींचकर बाहर निकाला. इन तीनों को बहते हुए एक गहरे झरने की ओर जाते देखा गया, लेकिन चंद मीटर पहले ही उन्हें खींच लिया गया, जिससे उनकी जान बच गई.
चट्टान से टकराने के कारण एक महिला हुई घायल
इस बीच, पांचवीं महिला को झरने के दूसरी ओर से सुरक्षित निकाला गया, जबकि छठी महिला अभी भी बीच जलधारा में फंसी हुई थी. कुछ ही मिनटों बाद ग्रामीणों ने उसे भी सावधानी से बाहर निकाल लिया. इन सभी रेस्क्यू प्रयासों के दौरान एक महिला को चट्टान से टकराने के कारण चोट आई. उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज किया गया.
अचानक आया तेज बहाव
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जलप्रपात पर मौसम पूरी तरह साफ था. पानी का बहाव सामान्य लग रहा था, लेकिन कुछ ही पलों में जलधारा अत्यधिक तेज हो गई. इस अचानक आए पानी के बहाव से वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी लंगुरिया जलप्रपात में इतना तेज़ पानी बहते नहीं देखा था. इससे यह आशंका और भी बढ़ जाती है कि पहाड़ी इलाकों में बिना पूर्व सूचना के इस तरह की घटनाएं जानलेवा हो सकती हैं.
प्रकृति के सामने भारी पड़ सकती है लापरवाही
यह घटना एक स्पष्ट संदेश देती है कि प्रकृति के सामने लापरवाही भारी पड़ सकती है. साथ ही यह ग्रामीणों की बहादुरी और तत्परता की मिसाल भी है, जिन्होंने बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण के, मानवता की सबसे बड़ी सेवा- किसी की जान बचाने का काम किया. प्रशासन और पर्यटक विभाग को चाहिए कि ऐसे इलाकों में चेतावनी बोर्ड और अलर्ट सिस्टम को बेहतर बनाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.