तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए लालू ने बनाया ये सीक्रेट प्लान, महिलाएं और युवाओं पर किया फोकस
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजद ने महिलाओं और युवाओं को साधने की रणनीति बनाई है. 'माई-बहिन मान योजना' के तहत महिलाओं को ₹2500 प्रतिमाह देने का वादा किया गया है, जबकि युवाओं के लिए 100% डोमिसाइल नीति लागू करने की घोषणा की गई है. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री बनने का दावा किया है और जनता से समर्थन मांगा है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी जोरों पर है और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी अपनी रणनीति तेज कर दी है. लालू प्रसाद यादव ने साफ कर दिया है कि इस बार उनके बेटे तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे. तेजस्वी ने भी जनता से अपील करते हुए दावा किया है कि उनकी पार्टी सत्ता में आएगी और वे मुख्यमंत्री बनेंगे. इस चुनाव में राजद का मुख्य फोकस महिलाओं और युवा मतदाताओं पर है, जिनके लिए खास योजनाएं तैयार की जा रही है.
राजद की रणनीति साफ है महिला और युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़े वादे किए जा रहे हैं. 'माई-बहिन मान योजना' महिलाओं को आर्थिक लाभ पहुंचाने की कोशिश है, जबकि 100 प्रतिशत डोमिसाइल नीति स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने का वादा करती है.
महिलाओं को देंगे 2500 रुपये
बिहार में महिला मतदाता चुनावी नतीजों में अहम भूमिका निभाती हैं. पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक था, जिससे यह साफ हो गया कि वे किसी भी गठबंधन की जीत-हार तय कर सकती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए राजद ने 'माई-बहिन मान योजना' की घोषणा की है, जिसके तहत सत्ता में आने पर महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जाएंगे. इस योजना को बड़े स्तर पर प्रचारित किया जा रहा है ताकि महिला मतदाताओं को पार्टी के पक्ष में जोड़ा जा सके.
युवाओं के लिए 100% डोमिसाइल लागू का वादा
युवाओं को लुभाने के लिए राजद रोजगार के मुद्दे को पूरी ताकत से भुना रही है. तेजस्वी यादव लगातार इस बात को दोहरा रहे हैं कि महागठबंधन सरकार में निकलने वाली बंपर बहालियां और सरकारी नौकरियों की संख्या उनके प्रयासों का परिणाम थीं. हाल ही में हुए बीपीएससी री-एग्जाम विवाद को उन्होंने बड़ा मुद्दा बनाया और बिहार में 100 प्रतिशत डोमिसाइल नीति लागू करने का वादा किया है. पटना में आयोजित युवा चौपाल कार्यक्रम में उन्होंने यह दोहराया कि यदि राजद सरकार में आती है, तो वे राज्य में बाहरी अभ्यर्थियों की भर्ती पर रोक लगाएंगे.
महिला वोटरों को साधने की जरूरत क्यों?
राजद की 'माई-बहिन मान योजना' झारखंड में हेमंत सोरेन की 'मैया सम्मान योजना' से प्रेरित लगती है. झारखंड सरकार ने महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये देने का ऐलान किया था, जिसका असर वहां के चुनावी नतीजों में भी देखने को मिला. झारखंड में इस योजना की सफलता को देखते हुए राजद ने बिहार में इसे लागू करने की योजना बनाई है ताकि महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जा सके.
डोमिसाइल नीति होगी कारगर?
बिहार में 100 प्रतिशत डोमिसाइल नीति की मांग तब तेज हुई जब बीपीएससी के तहत शिक्षकों की बंपर भर्ती निकली, लेकिन इसमें अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों ने भी बड़ी संख्या में आवेदन किया. इससे स्थानीय उम्मीदवारों में नाराजगी देखने को मिली. यही स्थिति सिविल सेवा परीक्षाओं में भी देखने को मिली, जहां बाहरी अभ्यर्थियों की अधिक संख्या को लेकर विरोध हुआ. ऐसे में तेजस्वी यादव इस मुद्दे को भुनाकर युवाओं को अपने पक्ष में लाने की रणनीति बना रहे हैं.