खुद को एडीएम का बेटा बताकर अपने नाम कराने लगा विरासत, तभी कुछ ऐसा हुआ कि...
आरोपी खुद को दिवंगत एडीएम का बेटा बता रहा था. वहीं दूसरा इसकी गवाही दे रहा था. हालांकि कर्मचारियों को शक होने के बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और आरोपियों को अरेस्ट किया जा सका है.

बिहार के कटिहार में जमीन की रजिस्ट्री कराने आए दो ठगों को पुलिस ने अरेस्ट किया है. इनमें से एक ठग खुद को दिवंगत एडीएम का बेटा बता रहा था और दूसरा इसकी गवाही के लिए रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचा था. आरोपियों की पहचान झारखंड में गोड्डा के रहने वाले अवध किशोर झा और अमित कुमार राय के रूप में हुई है. यह दोनों जालसाज स्वर्गीय एडीएम गजाधर तिवारी की जमीन का अपने नाम से वरासत के लिए आए थे. आरोपियों ने रजिस्ट्री ऑफिस में गजाधर तिवारी का बेटा होने के प्रमाण भी दे दिए, लेकिन इसी दौरान रजिष्ट्री ऑफिस में बैठे कर्मचारियों को शक हो गया.
मामला कटिहार जिले के मनसाही थाना क्षेत्र का है.पुलिस के मुताबिक आरोपियों से पूछताछ की गई तो इन्होंने पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब उनका एडीएम के घर वालों को बुलाकर सत्यापन कराया गया तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. पुलिए के मुताबिक आरोपियों ने इसी साल जनवरी महीने में एडीएम तिवारी की जमीन का बड़ा हिस्सा अपने नाम करा लिया था और अब बाकी हिस्से को भी अपने नाम कराने की फिराक में थे. हालांकि मामले का खुलासा होने के बाद पूर्व में हुई रजिस्ट्री को भी रद्द कर दिया गया है. इस मामले का खुलासा होने के बाद कटिहार के जिला निबंधन पदाधिकारी अजय कुमार ने काश्तकारों को सावधान रहने की अपील की है.
धांधली रोकने के लिए बड़ी पहल
उन्होंने बताया कि लगातार इस तरह की धांधली की खबरें आ रहीं है. ऐसे में अब इस तरह की दिक्कतों से बचने के लिए सरकार जल्द ही ऐसी व्यवस्था करने जा रही है जिससे आधार कार्ड के वेरिफिकेशन के दौरान ही जमीन खरीदने और बेचने वाले की पहचान हो जाएगी. ऐसा होने पर गड़बड़ी करने वाले तुरंत पकड़े जाएंगे. बता दें कि बिहार में पहले से ही जमीनों के सर्वे का काम चल रहा है. इसकी वजह से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. लोग अपनी जमीनों की जांच करा रहे हैं तो इसमें फर्जीवाड़े के मामले भी लगातार उजागर हो रहे हैं. इनमें ज्यादातर गड़बड़ियां वरासत और विरासत को ही लेकर सामने आ रहीं है. ऐसे में सरकार सभी निवासियों की वंशावली तैयार करा रही है.