गोपाल खेमका मर्डर में आया था नाम, कई बड़ी वारदातों में रहा शामिल; कुख्यात बदमाश विजय सहनी की क्राइम कुंडली
Patna Encounter: बिहार के कुख्यात अपराधी विजय सहनी को हाल ही में हुए शूटआउट के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विजय सहनी का नाम कई संगीन मामलों से जुड़ा रहा है, जिनमें चर्चित गोपाल खेमका हत्याकांड भी शामिल है. उसके खिलाफ पटना सहित अलग-अलग शहरों में 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उसकी पराधिक कुंडली में हत्या, लूट और रंगदारी, डकैती जैसे गंभीर केस दर्ज हैं.

Patna Encounter News: बिहार में कुख्यात नाम बन चुके विजय सहनी की 17 अगस्त को गिरफ्तारी के बाद स्टेट पुलिस ने एक बार फिर उसकी क्राइम कुंडली खोल दी है. पुलिस की गिरफ्त में आए सहनी का नाम पहले भी कई संगीन वारदातों से जुड़ा रहा है. गोपाल खेमका मर्डर केस से लेकर रंगदारी तक उसके अपराधों की फेहरिस्त लंबी है. हाल ही में हुए शूटआउट कांड में उसकी संलिप्तता सामने आने के बाद से पुलिस विजय सहनी की तलाश में जुटी थी. पुलिस ने खेमका के एक शूटर से मिली जानकारी के आधार पर विजय सहनी के संभावित ठिकानों के इर्द गिर्द जाल बिछाया और जांच एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया. इस बीच एक गुप्ता सूचना के आधार पर पुलिस ने एक एनकाउंटर के दौरान जवाबी कार्रवाई के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया. वह पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया.
कौन है विजय सहनी?
पटना के SSP कार्तिकेय शर्मा के मुताबिक पुलिस की गोली से जख्मी हुए विजय साहनी के खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. आरोपी हत्या लूट व डकैती जैसे संगीन मामलों का अपराधी है. सूत्रों के अनुसार पुलिस कई आपराधिक मामलों में विजय साहनी की तलाश कर रही थी. एसएसपी के अनुसार घायल आरोपी सुपारी लेकर हत्या करता था.
विजय सहनी बिहार के अलावा, ओडिशा और झारखंड में भी शूटर के रूप में पहचान बना रखा था. पटना के बुद्धा कॉलोनी थाने में वर्ष 2021 में हुए ऑटो चालक हत्याकांड का भी आरोपी रहा है. हाजीपुर में इस मामले में भी उस पर मुकदमे दर्ज हैं.
खेमका मर्डर के केस के बाद सहनी की तलाश में थी पुलिस
गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद से पुलिस विजय सहनी की तलाश में जुटी थी. पुलिस सूत्रों से जो बात अभी तक सामने आई सामने आई है उसके अनुसार गोपाल खेमका का मर्डर शूटर उमेश यादव से विजय सहनी ने ही कराया था.
विजय सहनी का नाम सबसे पहले सुर्खियों में तब आया जब वह उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में शामिल पाया गया. इस हाई प्रोफाइल केस में नाम आने के बाद पुलिस की जांच में उसके अपराध जगत से कनेक्शन गहराते चले गए. वह अपने प्रभाव वाले इलाके में वह रंगदारी वसूलने और गैंगवार को अंजाम देने के लिए बदनाम रहा है.
बिहार पुलिस सूत्रों के मुताबिक सहनी के खिलाफ अब तक दर्जनों आपराधिक केस दर्ज हो चुके हैं. उसके नेटवर्क में कई अपराधियों की संलिप्तता भी बताई जा रही है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे जुड़े पुराने मामलों की भी जांच तेज कर दी है. फिलहाल, विजय सहनी की गिरफ्तारी से स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली है. वहीं, पुलिस को उम्मीद है कि इससे कई पुराने अपराधों की परतें भी खुल सकती हैं.
ऑपरेशन लंगड़ा में फंसा हिस्ट्रीशीटर क्रिमिनल
दरअसल, पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि वह दो बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा था. इस बाद पुलिस ने उसके खिलाफ जाल बिछाया. रविवार की रात आलमगंज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान गोलंबर के पास से पुलिस ने उसे घेर लिया. रुकने के लिए कहने पर उसने फायरिंग शुरू कर दी. उसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में सहनी के बाएं पैर में दो गोलियां लगी. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने अपराधी के पास से दो हथियार भी बरामद किए हैं. आरोपी रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के आसोचक में रहता था. इससे पहले पूछताछ के दौरान आरोपी विजय ने पुलिस को बताया कि उसने आलमंगज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान गोलंबर के पास बोरा में हथियार छिपाकर रखा है. पटना पुलिस ने यह मुठभेड़ "ऑपरेशन लंगड़ा" के तहत चलाई थी, जो पटना पुलिस द्वारा बार-बार अपराध करने वालों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा एक अभियान है.