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12 साल में तीन गुना हुई इकोनॉमी, बिहार की तरक्की को 10 प्वाइंट्स में समझें
Bihar Economic Growth Rate: बिहार के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को 2025-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में बिहार ने अलग-अलग क्षेत्रों में कितना विकास हुआ और प्रति व्यक्ति आय में कितनी वृद्धि मिली? इन सबके बारे में जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में कहा गया कि 2023-24 में प्रति व्यक्ति आय 12.8 प्रतिशत बढ़कर 66,828 रुपये हो गई है और स्थिर मूल्यों पर 7.6 प्रतिशत बढ़कर ₹ 36,333 हो गई है.

( Image Source:
CANVA )
Bihar Economic Growth Rate: बिहार विधानसभा में शनिवार 1 मार्च को राज्य का बजट पेश किया जाएगा. इस बजट से आम जनता को काफी उम्मीदें हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार जनता के लिए बहुत से एलान कर सकती है क्योंकि इसी साल राज्य में विधानभा चुनाव होने हैं और बजट में इसका असर जरूर दिखेगा. इससे पहले शुक्रवार (28 फरवरी) को डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 2025-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की. जिसमें बिहार के विकास और उपलब्धि के बारे में जानकारी दी गई.
जानकारी के अनुसार, आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में पिछले 12 साल में बिहार के कितनी तरक्की की इसके बारे में बताया गया. राज्य ने साढ़े तीन गुना की रफ्तार पकड़ी है. इसमें फैक्ट्री से लेकर किसानों की आय और उद्योगों के बारे में भी बताया गया है.
बिहार में कितना हुआ विकास?
- आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया गया कि बिहार की अर्थव्यवस्था 2011-12 के 2.47 लाख करोड़ से 2023-24 में 8.54 लाख करोड़ पहुंच गई है.
- जीएसडीपी की बात करें तो यह 2023-24 में वर्तमान कीमतों पर 14.5 फीसदी और फिक्स्ड रेट 9.5 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है. 2023-24 में राज्य की जीएसडीपी मौजूदा रेट पर 8,54,429 करोड़ रुपये और स्थिर पर 4,64,540 करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
- बिहार में 2023-24 में प्रति व्यक्ति आय 12.8 प्रतिशत बढ़कर 66,828 रुपये हो गई है और स्थिर मूल्यों पर 7.6 प्रतिशत बढ़कर ₹36,333 हो गई है. यह हर साल बढ़ती जा रही है. बिहार देश के सभी राज्यों में सबसे निचले पायदान पर है.
- बिहार में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक में आर्थिक विकास को गति मिली है. प्रदेश की जीडीपी दर 2023-24 में 9.2 फीसदी होने का अनुमान है.
- 2023-24 में कर राजस्व का हिस्सा कुल प्राप्तियों का 83.8 फीसदी हो गया पहले (2019-20) यह 75.3 प्रतिशत था. इसमें 13.5 प्रतिशत कुल प्राप्तियों का योगदान रहा जबकि 2.7 प्रतिशत गैर-कर स्रोतों का हिस्सा था.
- रिपोर्ट में बताया गया कि 2011-24 के दौरान ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन सेक्टर में बिहार ने 7.6 फीसदी की वृद्धि की. यह यूपी में 10.1 फीसदी और 7.7 फीसदी है.
- कृषि क्षेत्र में 2022-23 और 2023-24 के बीच चावल का उत्पादन 21.0 फीसदी और गेहूं के उत्पादन में 10.7 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई. वहीं 2020-21 से 2023-24 तक मक्का 66.6 फीसदी बढ़त दर्ज की गई.
- बागवानी में 2022-23 और 2023-24 में आम का प्रोडक्शन 9.7 फीसदी, लीची 11.7 फीसदी रहा.
- बिहार ने 2022-23 में 4,034 मिलियन यूनिट का पावर सरप्लस रिकार्ड किया गया. 2017-18 से 2023-24 के बीच डिमांड में 1.4 गुना और बिजली आपूर्ति में 1.5 गुना वृद्धि हुई.
- रिपोर्ट में बताया गया कि बीते 18 सालों में सामाजिक सेवाओं पर खर्च में 13 गुना वृद्धि हुई है. साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में भी विकास देखने को मिला.