बिहार के सरकारी स्कूल में उर्दू प्रार्थना पर विवाद, टीचर की शिकायत के बाद हुआ प्रिंसिपल का ट्रांसफर
बिहार के गया से एक मामला सामने आया था जिसमें एक सरकारी स्कूल में उर्दू प्रार्थना करवाई जा रही थी. जिसका वीडियो वहां के टीचर ने बना लिया। इसके बाद उस टीचर के साथ कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मारपीट की. पीड़ित टीचर का कहना है वह इस स्कूल अकेले मेल टीचर है बाकी सब महिला टीचर है.

गया में सरकारी स्कूल में उर्दू में प्रार्थना के कथित वीडियो के बाद बड़ा विवाद खड़ा हुआ. जिसपर वहीं के एक पढ़ाने वाले टीचर ने इसका विरोध किया था. टीचर द्वारा बनाए गए वीडियो के बाद उर्दू में प्रार्थना कराने में बहस छिड़ गई. कुछ मुस्लिम समुदाय के लड़कों ने टीचर के साथ बुरी तरह से मारपीट की और उनका चश्मा तक तोड़ दिया. जिसके बाद टीचर वहां स्कूल से अपनी जान बचाकर भागे और पुलिस थाने में स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज की.
FIR दर्ज के मुताबिक पीड़ित टीचर अजय प्रसाद ने कहा, 'मैं दोपहर करीब 3:40 बजे क्लास लेने के बाद स्कूल के प्रांगण में बैठा था, तभी वे मेरे पास आए और पूछा कि क्या मैंने प्रार्थना का वीडियो बनाया है. जब मैंने पुष्टि की कि मैंने बनाया है, तो उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मारपीट की. उन्होंने कहा कि मारपीट के दौरान न सिर्फ उनकी शर्ट फाड़ी गई बल्कि उनका चश्मा भी तोड़ दिया गया.
नौ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज
इस इस मामले में शिक्षक ने 9 लोगों के खिलाफगलत तरीके से रोकने, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, हमला करने या किसी लोक सेवा को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग करने तथा भारतीय न्याय संहिता की अन्य धाराओं के तहत नामजद किया गया है. इस मामले में तीन प्रिंसिपल को अलग-अलग स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया गया है.
एकलौते पुरुष टीचर है
बता दें कि बिहार के इस सरकारी स्कूल में 160 में छात्र है 8 टीचर्स जिसमें पीड़ित अजय एकलौते पुरुष टीचर है, बाकी महिला टीचर इस स्कूल में नियुक्त हैं. पीड़ित के मुताबिक जब उनके साथ स्कूल परिसर में मारपीट हो रही तब अन्य महिला टीचर उनका बचाव करने के बजाए वहां से भाग गई. साल २००६ में इस स्कूल की स्थापना हुई जहां पहले हिंदी में प्रार्थना होती थी. फिर साल 2017 में पीड़ित टीचर इस स्कूल में नियुक्त हुए. उनके मुताबिक पिछले एक साल से इस स्कूल में उर्दू में प्रार्थना हो रही है.