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'चुनाव आयोग खो चुका है भरोसा'; बिहार में वोटर अधिकार यात्रा को लेकर क्या बोले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी?

बिहार में चल रही 16-दिन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बीच कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चुनाव आयोग (EC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आज भी देश में कई लोग चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं करते. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर उन्होंने आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए.

चुनाव आयोग खो चुका है भरोसा; बिहार में वोटर अधिकार यात्रा को लेकर क्या बोले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी?
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 31 Aug 2025 2:32 PM IST

बिहार में चल रही 16-दिन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बीच कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चुनाव आयोग (EC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आज भी देश में कई लोग चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं करते. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर उन्होंने आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए.

तिवारी ने आगे कहा कि ईवीएम और मतदाता सूची से जुड़े मामलों पर आयोग की चुप्पी भी लोगों में संदेह पैदा कर रही है. उन्होंने आयोग की प्रक्रियाओं में सुधार और शीर्ष चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति में न्यायपालिका और राजनीतिक नेतृत्व की भागीदारी की जरूरत पर जोर दिया.

EC पर भरोसा खोने का आरोप

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ANI से कहा, “मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और विपक्ष के दोनों नेता यह सुनिश्चित करने के लिए एक समिति में शामिल हों कि तीन नए चुनाव आयुक्तों का चयन निष्पक्ष तरीके से हो. चुनाव आयोग ने अपने ही महत्वपूर्ण शेयरहोल्डर्स का भरोसा खो दिया है. दुर्भाग्यवश आज देश में कई लोग चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं करते.”

ईवीएम पर उठाए गंभीर सवाल

तिवारी ने ईवीएम को लेकर भी आयोग पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “यह मुद्दा SIR से शुरू नहीं हुआ. यह ईवीएम और कथित धांधली से शुरू हुआ. हरियाणा चुनाव में मशीनें पूरे दिन इस्तेमाल हुईं, फिर तीन दिन तक मजबूत कमरे में रखी गईं. जब निकाली गईं, तब बैटरी 99% थी. आयोग आज तक यह जवाब नहीं दे पाया कि कैसे सुबह 6 बजे मशीन चालू हुई, मॉक टेस्ट हुआ और फिर 8 से 6 बजे तक चली.”

SIR पर उठाया संदेह

विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर तिवारी ने कहा, “संविधान में कहीं भी SIR की व्यवस्था नहीं है. बिहार चुनाव से दो महीने पहले इसे इतनी जल्दबाजी में लागू करना संदेहास्पद है. यदि चयन प्रक्रिया में न्यायपालिका और राजनीतिक नेतृत्व को शामिल किया जाए, तो आयोग की खोई विश्वसनीयता लौटाई जा सकती है.”

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर यात्रा

इस बीच, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव द्वारा नेतृत्व की जा रही ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिहार के 20 जिलों में 1,300 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर चुकी है. यात्रा का उद्देश्य मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों के प्रति जागरूकता फैलाना है. यात्रा 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी.

CEC का पलटवार

इस मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा लगाए गए “वोट चोरी” के आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा, “या तो हलफनामा देना होगा या देश से माफी मांगनी होगी. यदि सात दिन के भीतर हलफनामा नहीं मिला, तो इसका मतलब है कि ये सभी आरोप निराधार हैं.”

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