बिहार के 234 गांवों में अभी तक नहीं पहुंचा 4G, 173 गांवों में काम नहीं करता मोबाइल नेटवर्क
बिहार में ऐसे बहुत से गांव हैं जहां पर 4जी नेटवर्क ही नहीं है. आज भी 173 गांव में किसी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क काम नहीं करता है. गांव में कम्युनिकेशन सुविधा न होने की वजह से गांवे के लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

आज के दौर में कुछ सबसे ज्यादा जरूरी है तो वो है मोबाइल नेटवर्क. फोन से हमारे बहुत से काम होते है, भले ही बच्चों पर फोन का बुरा असर पड़ता है लेकिन बहुत से कामों के लिए नेटवर्क जरूरी होता है. जहां एक तरफ देश में 4जी नेटवर्क और 5जी नेटवर्क का चलन है तो वहीं बिहार में ऐसे बहुत से गांव हैं जहां पर 4जी नेटवर्क ही नहीं है. बिहार में आज भी 173 गांव में किसी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क काम नहीं करता है. यह खुलासा केंद्र सरकार की भारत नेट प्रोजेक्ट के तहत हुई समीक्षा में हुआ है.
इतना ही नहीं राज्य में कुल 44888 गांव में से 234 गांव ऐसे हैं, जहां पर आज भी 4जी नेटवर्क नहीं पहुंचा है. केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मशन एंव ब्रॉडकास्टींग ने इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त की है. इस मामले की रिपोर्ट 5 दिसंबर को डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने मुख्य सचिव को दी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 173 गांव में मोबाइल नेटवर्क न होने के वजह से वहां पंचायत सरकार भवन में इंटरनेट सुविधा में परेशानी हो रही है.
मंत्रालय ने मोबाइल टावर पर कही बात
मंत्रालय ने बिहार के डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से पूछा कि इन गांव में नेटवर्क पहुंचाने के लिए कितने टावर की जरूरत है बताएं. साथ ही मंत्रालय ने सर्वे करने को कहा कि कि कुल कितने गांव में 4जी नेटवर्क काम नहीं कर रहे हैं. चीफ सेक्रेटरी को भेजी गई रिपोर्ट में मिनिस्ट्री ऑफ कम्युनिकेशन ने बिहार में चोरी हुए उपकरणों पर भी चिंता जाहिर की है. मंत्रालय का कहना है कि पूरे बिहार में संचार उपकरणों की चोरी की अब तक 355 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें से 29 की तो पुलिस ने एफआईआर ही नहीं दर्ज की है, वहीं 19 मामले पुलिस की जनरल डायरी में ही रह गए. इस मामले में मंत्रालय ने पुलिस से अपील की है. साथ ही कार्रवाई को तेज करने के निर्देश दिए हैं.
सरकार के दावे, ग्रामीणों ने भुगता खामियाजा
जहां एक ओर सरकार बड़े-बड़े दावे करती हैं कि वो ये करेगी वो करेगी, वहीं दूसरी ओर बहुत से गांव में अभी तक 4जी नेटवर्क ही नहीं है. गांव में कम्युनिकेशन सुविधा न होने की वजह से गांवे के लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. एक बार जब गांव में मोबाइल नेटवर्क आ जाता है तो उसके बाद पंचायत सककार भवन में इंटरनेट सुविधा बेहाल होनी है. जिसके बाद से गांव के लोग सरकारी योजना के लिए अप्लाय कर सकेंगे. इंटरनेट सुविधा न होने की वजह से गांव के लोगों को बहुत से लाभ नहीं मिल रहे हैं.