बिहार में 50-50 हजार रुपये पाने के लिए Aadhaar वेरिफिकेशन जरूरी, CM नीतीश ने इस योजना में किया बदलाव
Bihar Government: बिहार की मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को अगस्त 2018 में लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य लड़कियों को जन्म, ग्रेजुएशन तक शिक्षा में आर्थिक सहयोग देकर सशक्त बनाना और बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या रोकना था. अब स्कीम का लाभ लेने के लिए आधार वेरिफिकेशन जरूरी हो गया है.

Bihar Government: बिहार सरकार ने जनता बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार योजनाओं की शुरुआत कर रही है. पहले से चलाई जा रही स्कीम में बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे लोगों को किसी तरह की समस्या न हो. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए बड़ा फैसला लिया है.
सरकार इस स्कीम के तहत 4.71 लाख ग्रेजुएशन में अच्छे नंबर से पास होने वाली छात्राओं को 50 हजार रुपये की मदद करेगी. यह लाभ आधार वेरिफिकेशन के बाद ही दिया जाएगा. छात्रों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं.
आधार वेरिफिकेशन हुआ जरूरी
विभाग के पोर्टल पर दिसंबर 2024 तक जारी परीक्षा परिणामों के आधार पर छात्राओं के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे. पोर्टल पर छात्राओं के नाम की लिस्ट भी जारी कर दी गई है. सबसे ज्यादा 85,058 छात्राएं बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की हैं.
जैसे ही पोर्टल ओपन होगा, छात्राओं को ऑनलाइन अप्लाई करने पड़ेगा और आधार वेरिफाइड कराना होगा. इसके बाद ही वह योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
क्या है योजना?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त 2018 में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य लड़कियों को जन्म, ग्रेजुएशन तक शिक्षा में आर्थिक सहयोग देकर सशक्त बनाना और बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या रोकना था. योजना के तहत बच्ची जब ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई कर लेती हैं तो उन्हें 50 हजार रुपये दिए जाते हैं.
इतने चरण में मिलते हैं पैसे
योजना के पैसे एक बार में नहीं बल्कि कई चरण में दिए जाते हैं. जैसे- जन्म पर 2 हजार रुपये (एक वर्ष में 1,000, दो वर्ष में 2,000) उसके बाद कक्षा 1 से 12 तक वार्षिक ड्रेस के लिए 600 से 1500, 10वीं पास पर दस हजार रुपये, 12वीं पास पर 25,000 रुपये और ग्रेजुएशन पूरा करने पर 50,000की राशि शामिल है.
योजना की शर्तें
बिहार सरकार ने सीएम कन्या उत्थान योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें भी तय की हैं. इसके लिए छात्रा को बिहार का निवासी होना, अनमैरिड, एक परिवार में 2 बेटी कम से कम हो, EWS श्रेणी में होना और परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी या टेक्सपेयर नहीं होना चाहिए.
आवेदन के लिए आप edudbt.bih.nic.in या medhasoft.bih.nic.in पोर्टल पर जा सकते हैं, जिसमें आधार, बैंक खाते, मार्कशीट, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेज जरूरी हैं.