बिहार में 20 सालों में हुए 5 चुनाव, हर बार फेल हुए एग्जिट पोल, आखिर सर्वे एजेंसियां क्यों नहीं पकड़ पाती जनता की नब्ज?
बिहार में पिछले दो दशकों में पांच बार विधानसभा चुनाव हुए. लगभग हर बार एग्जिट पोल गलत साबित हुए. जातीय समीकरण, महिला वोटिंग और क्षेत्रीय असमानताओं ने हर बार सर्वे एजेंसियों की गणना उलट दी. यानी सर्वेयर एजेंसियां वहां के लोगों के मन को टटोलने में कामयाब नहीं हुईं. जानिए किन-किन चुनावों में फेल हुए अनुमान.
बिहार देश की वह सियासी भूमि है, जहां चुनावी नतीजे अक्सर एग्जिट पोल्स के अनुमान को झुठला देते हैं. पिछले बीस सालों में राज्य में पांच बार विधानसभा चुनाव हुए. इन सभी में अधिकांश एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए, सिर्फ कुछ अनुमानों ने ही वास्तविक नतीजों के करीब पहुंचने की कोशिश की. बिहार का सामाजिक समीकरण, महिला मतदाताओं का मौन वोट और क्षेत्रीय विविधता ने हर बार चुनावी भविष्यवाणियों को गलत साबित किया है.
इस बात की चर्चा इसलिए हो रही है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का मतदान समाप्त 11 नवंबर को समाप्त हो गया. उसी के साथ एग्जिट पोल भी आ गया. 17 एजेंसियों के ओपिनियन पोल में सिर्फ एक ने महागठबंधन की जीत का दावा किया है. 16 सर्वे एजेंसियों ने एनडीए की सत्ता में वापसी के संकेत दिए हैं. ये दावे सच होंगे या गलत, यह तो 14 नवंबर को पता चल जाएगा, लेकिन बिहार चुनाव को लेकर पिछले दो दशक में आए एग्जिट पोल की बात करें तो इक्के-दुक्के एजेंसियों के एग्जिट पोल को छोड़कर सभी पोल लगभग गलत ही साबित हुए हैं.
पिछले 3 विधानसभा चुनाव (2010, 2015 और 2020) के एग्जिट पोल्स के रुझान बताते हैं कि सर्वे एजेंसियां वोटर्स का मूड ठीक से पकड़ नहीं पाती हैं. साल 2015 में ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने NDA यानी भाजपा प्लस को बढ़त दी थी. जबकि नतीजों में महागठबंधन (RJD-JDU-कांग्रेस) ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया था.
साल 2020 के चुनाव में कई एजेंसियों ने महागठबंधन की जीत का अनुमान लगाया, लेकिन परिणामों में NDA ने 125 सीटें जीतकर सरकार बनाई. यानी ज्यादातर पोल्स फिर गलत साबित हुए.
जानें, बिहार में कब-कब हुए एग्जिट पोल फेल?
बिहार का चुनाव हमेशा से देश के सबसे जटिल और अप्रत्याशित नतीजों वाला रहा है. जातीय समीकरण, क्षेत्रीय गठबंधन और वोटिंग पैटर्न के बदलते स्वरूप ने अक्सर एग्जिट पोल के अनुमान को ध्वस्त कर दिया है. पिछले दो दशकों में कम-से-कम चार बार बड़े एग्जिट पोल बिहार में बुरी तरह फेल हुए हैं.
बिहार चुनाव 2020
- बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पांच प्रमुख सर्वे एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किया था. इनमें दो के पूर्वानुमान लगभग सही निकले थे. एनडीए को 125 और महागठबंधन को 110 सीटें मिली थी.
- इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने एनडीए को 69-91 और महगठबंधन को 139-161 सीट मिलने का दावा किया था.
- टुडे चाणक्य ने एनडीए को 55 तो महागठबंधन को 180 सीट मिलने का दावा किया था.
- एबीपी नीलसन ने एनडीए को 104-128 और महगठबंधन को 108-131 मिलने का पूर्वानुमान लगाया था.
- टाइम्स नाउ सी वोटर ने एनडीए को 116 और महगठबंधन को 120 सीट मिलने का दावा किया था.
- भास्कर पोल में एनडीए को 120-127 और महागठबंधन को 71-81 सीट दिए थे.
- पोल ऑफ पोल्स ने एनडीए को 98 और महागठबंधन को 129 मिलने के संकेत दिए थे.
बिहार चुनाव 2015 एग्जिट पोल
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के पांच एग्जिट पोल सामने आए थे. इनमें से केवल एक सही साबित हुए थे. साल 2015 में एनडीए को 58 सीटों पर जीत मिली थी. महागठबंधन को 178 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. सात सीटें अन्य दलों के खाते में गई थी.
- इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने एनडीए को 58-70 और महगठबंधन 169-183 मिलने का दावा किया था.
- टुडे चाणक्य ने एनडीए को 155-167 और महगठबंधन को 64-78 सीट मिलने का दावा किया था.
- एबीपी नीलसन ने एनडीए को 130-150 और महगठबंधन को 80-100 मिलने के संकेत दिए थे
- सी-वोटर ने एनडीए को 120-127 और महगठबंधन 105-117 का दावा किया था.
- पोल ऑफ पोल्स एनडीए को 123 और महगठबंधन 112 सीटों को पूर्वानुमान लगाया गया था.
बिहार चुनाव 2010 एग्जिट पोल
इस चुनाव में कई एग्जिट पोल्स ने एनडीए को बहुमत से कम सीटें दी थीं, लेकिन नीतीश कुमार की लोकप्रियता लहर बन गई. एनडीए ने 243 में से 206 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इतनी बडी जीत की बड़ी वजह यह रहा कि विकास एजेंडा को एग्जिट पोल्स ने कम आंका था. जबकि जातीय समीकरणों के बजाय 'गवर्नेंस फैक्टर' निर्णायक रहा.
बिहार चुनाव 2005 एग्जिट पोल
बिहार विधानसभा चुनाव 2005 में लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाले राजद-कांग्रेस गठबंधन को बढ़त दी थी. परिणाम इसके उलट निकले सामने आए थे. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू-भाजपा गठबंधन (एनडीए) ने सत्ता पर कब्जा जमा लिया था. 2005 में एग्जिट पोल विफल होने की वजह यह रही थी कि ग्रामीण वोटिंग पैटर्न और महिलाओं के मतदान व्यवहार को सर्वे में सही तरीके से आकलन नहीं किया गया था.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 एग्जिट
- MATRIZE-IANS के एग्जिट पोल के अनुसार बिहार में एनडीए को 147 से 167 सीट दी गई हैं. महागठबंधन को 70 से 90 सीट दी गई हैं. अन्य को दो से 6 सीट मिलने का अनुमान है.
- चाणक्य स्ट्रेटजीज के ओपिनियन पोल के मुताबिक एनडीए को 130 से 138 सीट, महागठबंधन को 100 से 108 सीट और अन्य को 3 से 5 सीट मिलने का अनुमान है.
- पोल डायरी ने अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 184 से 209 और महागठबंधन को 34 से 49 और अन्य को 1 से 5 सीट मिलने का पूर्वानुमान है.
- प्रजा पोल एनालिटिक्स के सर्वे में एनडीए को 186, महागठबंधन को 50 और अन्य को 7 सीट मिलने का अनुमान है.
- जेवीसी के सर्वे में एनडीए को 135 से 150, महागठबंधन को 88 से 103 और अन्य तीन से छह सीट मिलने के संकेत.
- पोल स्ट्रेट के सर्वे में एनडीए को 133 से 148, महागठबंधन को 87 से 102 और अन्य को 3 से 5 सीट मिलने का अनुमान है.
- टीआईएफ के रिसर्च में एनडीए को 145 से 163 और महागठबंधन को 76 से 95 सीट मिलने का पूर्वानुमान है.





