मैथिली ठाकुर से लेकर श्रेयसी सिंह तक... मिलिए बिहार की उन 10 महिलाओं से, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में लहराया जीत का परचम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भले ही राजनीतिक दलों ने महिला उम्मीदवारों को सीमित टिकट दिए हों, लेकिन जिन महिलाओं को मौका मिला, उन्होंने कई महत्वपूर्ण सीटों पर बड़ी और निर्णायक जीत दर्ज की. बीजेपी की मैथिली ठाकुर, श्रेयसी सिंह, रेणु देवी और छोटी कुमारी से लेकर जेडीयू की लेशी सिंह, मीना कुमारी, और हम की दीपा कुमारी तक—महिला नेताओं ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. आरजेडी की करिश्मा राय और लोजपा (रामविलास) की बेबी कुमारी ने भी शानदार जीत हासिल की. महिलाओं ने साबित कर दिया कि बिहार की राजनीति में उनकी भूमिका तेजी से बढ़ रही है और मतदाता उन्हें व्यापक समर्थन दे रहे हैं.
Bihar Elections 2025 Winner Women Candidates: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भले ही राजनीतिक दलों ने महिला उम्मीदवारों को सीमित संख्या में टिकट दिए हों, लेकिन जिन महिलाओं को मौका मिला, उन्होंने मैदान में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई अहम सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की. बीजेपी और जेडीयू ने 13-13 महिला उम्मीदवार उतारीं, जबकि लोजपा (रामविलास) ने 5 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने 2 महिलाओं को टिकट दिया.
Bihar Elections 2025 Winner Women Candidates: महिला मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी के बावजूद पार्टियों ने टिकट वितरण में खास उदारता नहीं दिखाई, लेकिन नतीजों ने साफ कर दिया कि बिहार की राजनीति में महिला नेतृत्व तेजी से उभर रहा है. आइए नज़र डालते हैं उन महिला नेताओं पर, जिन्होंने इस चुनाव में भारी अंतर से जीत दर्ज कर अपनी पार्टी और समर्थकों को गौरवान्वित किया...
1- मैथिली ठाकुर: पहली बार में ही जीत का परचम
मशहूर गायिका मैथिली ठाकुर ने अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करके एक नया इतिहास रच दिया. बीजेपी की उम्मीदवार मैथिली ने दरभंगा जिले की अलीनगर सीट पर आरजेडी के बिनोद मिश्र को 11,000 से ज्यादा वोटों से हराया। उन्हें 84,915 वोट मिले. 25 वर्षीय मैथिली अपनी सांस्कृतिक पहचान, महिला शिक्षा और सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलती रही हैं. अक्टूबर में बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें तुरंत टिकट मिला, और उन्होंने पार्टी का भरोसा पूरी तरह कायम रखा.
2- रेणु देवी: बेतिया की मजबूत आवाज़, फिर दर्ज की जीत
बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने बेतिया से एक और बड़ी जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार वशी अहमद को हराते हुए 91,907 वोट हासिल किए. रेणु देवी बीजेपी के अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) की प्रमुख चेहरे के रूप में जानी जाती हैं और बेतिया का छह बार प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री के रूप में उनकी भूमिका बेहद प्रभावशाली रही है.
3- लेशी सिंह: धमदाहा पर लगातार तीसरी बार कब्ज़ा
जेडीयू की वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री लेशी सिंह ने धमदाहा सीट पर एक और बड़ी जीत हासिल की. यह सीट 2015 से जेडीयू का गढ़ रही है. इस बार भी उन्होंने विपक्ष को भारी अंतर से शिकस्त दी. लेशी सिंह नीतीश कुमार की भरोसेमंद सहयोगी मानी जाती हैं और महिला आयोग की अध्यक्ष से लेकर खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री तक अहम पदों पर रह चुकी हैं.
4- स्नेहलता: पति की पार्टी की एकमात्र महिला उम्मीदवार, बड़ी जीत
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) की स्नेहलता ने सासाराम सीट पर आरजेडी उम्मीदवार सतेंद्र साह को 25 हजार से अधिक वोटों से हराया. RLM द्वारा उतारे गए 6 उम्मीदवारों में वो एकमात्र महिला उम्मीदवार थीं. राजनीति में 1995 से पर्दे के पीछे सक्रिय स्नेहलता ने प्रचार के दौरान कहा था कि एनडीए सत्ता में लौटेगी, और नतीजों ने उनकी भविष्यवाणी सही साबित कर दी.
5- श्रेयसी सिंह: निशानेबाज़ी से राजनीति तक, जमुई में फिर जीत
कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट और बीजेपी उम्मीदवार श्रेयसी सिंह ने जमुई सीट पर बड़ी जीत दर्ज की. उन्होंने आरजेडी के मोहम्मद शमशाद आलम को 54,498 वोटों से हराया. श्रेयसी 2020 से जमुई की विधायक हैं और 2025 में दूसरी बार लगातार जीतकर अपने जनाधार को मजबूत किया है. खेल से राजनीति में आने के बाद उनकी लोकप्रियता और प्रभाव लगातार बढ़ा है.
6- छोटी कुमारी: छपरा में 'स्टार कैंडिडेट' खेसारी लाल यादव को हराया
बीजेपी ने छपरा से छोटी कुमारी को टिकट देकर बड़ा दांव खेला, जो पूरी तरह सफल रहा. छोटी कुमारी ने भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव को कड़ी टक्कर देते हुए 7,500 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की. 35 वर्षीय छोटी कुमारी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही थीं. बीजेपी ने 2020 के विधायक डॉ. सीएन गुप्ता का टिकट काटकर उन्हें मौका दिया था... और उन्होंने पार्टी का भरोसा कायम रखा.
7- दीपा कुमारी: HAM की उम्मीदवार, इमामगंज से शानदार जीत
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा कुमारी ने इमामगंज सीट पर आरजेडी की रितु प्रिया चौधरी को हराया. उन्हें 1,04,861 वोट मिले और उनकी जीत का अंतर 25 हजार से अधिक रहा. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने इस चुनाव में दो महिला उम्मीदवार उतारी थीं और दीपा की जीत ने पार्टी को मजबूत संदेश दिया है.
8- करिश्मा राय: परसा सीट पर आरजेडी की बड़ी जीत
आरजेडी की करिश्मा राय ने परसा सीट पर जेडीयू के छोटे लाल राय को 25 हजार से अधिक वोटों से हराया. करिश्मा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय की चचेरी बहन हैं. डेंटिस्ट करिश्मा चुनाव में पहली बार उतरी थीं, और तेजस्वी यादव ने उन्हें खुद आरजेडी में शामिल कराया था.
9- मीना कुमारी: बाबूबरही से दूसरी बार जीत
जेडीयू की मीना कुमारी ने मधुबनी जिले की बाबूबरही सीट पर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. उन्होंने आरजेडी के अरुण कुमार सिंह को 17 हजार से अधिक वोटों से हराया. मीना कुमारी ने जीत के बाद कहा, "यह बिहार नीतीश कुमार का है, विकास के रास्ते को जनता ने चुना है."
10- बेबी कुमारी: बोचहां से लोजपा (रामविलास) की दमदार वापसी
पूर्व विधायक और तेजतर्रार नेता बेबी कुमारी ने बोचहां सीट पर आरजेडी के अमर पासवान को हराते हुए शानदार वापसी की. उन्हें 1,08,186 वोट मिले, जबकि पिछले उपचुनाव में यही उम्मीदवार उन्हें बड़े अंतर से हरा चुके थे. इस जीत के साथ बेबी कुमारी ने अपने राजनीतिक प्रभाव का पुनः प्रदर्शन किया.
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बिहार की राजनीति में तेजी से बढ़ रही है महिलाओं की भूमिका
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भले ही राजनीतिक दलों ने महिला उम्मीदवारों को सीमित टिकट दिए हों, लेकिन जिन महिलाओं को मौका मिला, उन्होंने कई महत्वपूर्ण सीटों पर बड़ी और निर्णायक जीत दर्ज की. बीजेपी की मैथिली ठाकुर, श्रेयसी सिंह, रेणु देवी और छोटी कुमारी से लेकर जेडीयू की लेशी सिंह, मीना कुमारी, और HAM की दीपा कुमारी तक—महिला नेताओं ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. आरजेडी की करिश्मा राय और लोजपा (रामविलास) की बेबी कुमारी ने भी शानदार जीत हासिल की. महिलाओं ने साबित कर दिया कि बिहार की राजनीति में उनकी भूमिका तेजी से बढ़ रही है और मतदाता उन्हें व्यापक समर्थन दे रहे हैं.





