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कब सुलझेगी Zubeen Garg की मौत की गुत्थी? जांच करने सिंगापुर क्यों नहीं जा सकती असम पुलिस, अब सामने आई ये वजह

Zubeen Garg: सीएम सरमा ने मीडिया को बताया कि अब हमें इस बात की टेंशन है कि सिंगापुर में रहने वाले लोग आएंगे या नहीं. अगर वे नहीं आएंगे तो हम पूछताछ पूरी नहीं कर पाएंगे. असम सरकार ने जुबिन गर्ग की मौत की जांच एसआईटी कर रही है. राज्य सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का भी गठन किया है.

कब सुलझेगी Zubeen Garg की मौत की गुत्थी? जांच करने सिंगापुर क्यों नहीं जा सकती असम पुलिस, अब सामने आई ये वजह
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( Image Source:  ani, @_MohitChauhan )

Zubeen Garg: सिंगर जुबिन गर्ग की मौत पर जहां एक और फैंस की आंखें नम हैं. वहीं दूसरी ओर उनकी पर मृत्यु आशंका जताई जा रही है. अब असम सरकार मामले की जांच करवा रही है, लेकिन राज्य पुलिस सिंगर की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत का सच पता लगाने सिंगापुर नहीं जा सकती है.

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अब खुद इस बारे में जानकारी दी. सीएम ने कहा कि अगर सिंगापुर में गर्ग की मौत के समय नौका पर असम के लोग जांच में शामिल होते हैं, तभी राज्य पुलिस वहां जा सकती है.

असम पुलिस नहीं जा सकती सिंगापुर?

सीएम सरमा ने मीडिया को बताया कि अब हमें इस बात की टेंशन है कि सिंगापुर में रहने वाले लोग आएंगे या नहीं. अगर वे नहीं आएंगे तो हम पूछताछ पूरी नहीं कर पाएंगे. शिप यात्रा के पीछे कुछ लोग वही थे. बता दें कि 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा ड्राइविंग के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी.

मुख्यमंत्री ने कहा, असम पुलिस सिंगापुर नहीं जा सकती. इसलिए वह वहां जांच नहीं कर सकती. वे सिंगापुर में है, जो कि हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. जब तक वो लोग असम नहीं आएंगे, कोई भी लिंक जुड़ नहीं पाएगा.

SIT को सौंपी जांच

असम सरकार ने जुबिन गर्ग की मौत की जांच एसआईटी कर रही है. राज्य सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का भी गठन किया है. सीआईडी ने असम एसोसिएशन, सिंगापुर के कुछ सदस्यों को 6 अक्टूबर पेश होने के लिए नोटिस भेजा है. इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.

विसरा रिपोर्ट का इंतजार

मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 अक्टूबर को जुबिन गर्ग की विसरा रिपोर्ट आएगी और 11 अक्टूबर को ही सच पता चल पाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस का काम सिर्फ 'केस डायरी' में सब कुछ दर्ज करना है. कुछ लोग अच्छा बोलेंगे, कुछ बुरा.

यह पुलिस का बयान नहीं है, बल्कि सिर्फ गवाह का बयान है. जहर देने वाला बयान भी पुलिस का नहीं, बल्कि आरोपी का है. बता दें कि उन्होंने यह भी कहा कि जुबिन केस से जांच से जुड़ी जानकारी के बारे में फेसबुक पर जवाब दिया जाएगा. कुछ मीडिया हाउस मेरे बातों को आधी-अधूरी दिखा रहे हैं. इसलिए सीधे जनता तक सच पहुंचाया जाएगा.

असम न्‍यूज
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