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करीमगंज में मदरसे के छात्रों ने मां दुर्गा की मूर्ति फेंका पका चावल, बवाल के बाद तीन गिरफ्तार

करीमगंज जिले के मनसांगन गांव में दुर्गा पूजा समिति के सदस्य देवी दुर्गा की मूर्ति को जुलूस के साथ पंडाल में ले जा रहे थे। तभी मदरसे के छात्रों ने अपने साथियों के साथ पके हुए चावलों को मूर्ति पर फेंकना शुरू कर दिया। इससे मूर्ति अपवित्र हो गई। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र गांव में तनाव का माहौल बन गया।

करीमगंज में मदरसे के छात्रों ने मां दुर्गा की मूर्ति फेंका पका चावल, बवाल के बाद तीन गिरफ्तार
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 13 Oct 2024 2:11 PM

असम के करीमगंज जिले में मां दुर्गा की मूर्ति का अपमान किया गया। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल था। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों मदरसे में पढ़ने वाले छात्र हैं।

बता दें, करीमगंज जिले के मनसांगन गांव में दुर्गा पूजा समिति के सदस्य देवी दुर्गा की मूर्ति को जुलूस के साथ पंडाल में ले जा रहे थे। तभी मदरसे के छात्रों ने अपने साथियों के साथ पके हुए चावलों को मूर्ति पर फेंकना शुरू कर दिया। इससे मूर्ति अपवित्र हो गई। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र गांव में तनाव का माहौल बन गया।

जानकारी मिलने के बाद करीमगंज के डीसी प्रदीप कुमार द्विवेदी और एसपी पार्थ प्रतिम दास मौके पर पहुंच गए और उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूजा समिति की मांग पर नई मूर्ति की व्यवस्था की, ताकि पूजा पाठ सही तरीके से संपन्न हो सके।

इस मामले में पुलिस ने अब्दुल अहद, सहाबुल अहमद और एक नाबालिग की पहचान की। ये सभी स्थानीय मदरसे के छात्र हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब्दुल अहद और सहाबुल अहमद को गिरफ्तार किया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेजा गया। साथ ही नाबालिग को किशोर न्यायालय ने बाल सुधार गृह भेजा है।

विधायक ने दी आर्थिक सहायता

घटना के बाद बीजेपी विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने गांव का दौरा किया। उन्होंने दुर्गा पूजा समिति को आर्थिक सहायता के रूप में 10,000 रुपये दिए। इस तरह की घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने दुर्गा पूजा के दौरान मूर्तियों और पंडालों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए हैं।

पहले भी हो चुकी है सांप्रदायिक घटनाएं

करीमगंज में सांप्रदायिक घटनाएं इससे पहले भी हुई हैं। एक साल पहले करीब 200 साल पुराने शिव-नारायण मंदिर को अपराधियों ने आग के हवाले कर दिया था। इस घटना के बाद काफी बवाल हुआ। लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जब जांच हुई तो पुलिस को तीन गैलन ईंधन मिला था। बता दें, इस इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखना एक चुनौती बना हुआ है।

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