प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत पर घिरी असम सरकार, राज्य में चढ़ा सियासी पारा
असम में बुधवार को पार्टी ने 'चलो राजभवन' मार्च निकालने के दौरान मृदुल इस्माल (45) की मौत हो गई. विपक्षी पार्टियों ने असम सरकार पर विरोधियों के खिलाफ डर का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है. पार्टी ने पुलिस द्वारा आंसू गैस का इस्तेमाल करने को मृदुल की मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

Assam Congress Worker Dies: असम में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत से हंगामा खड़ा हो गया है. भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी देखने को मिल रही है. बुधवार को पार्टी ने 'चलो राजभवन' मार्च निकालने के दौरान मृदुल इस्माल (45) की मौत हो गई. विपक्षी पार्टियों ने असम सरकार पर विरोधियों के खिलाफ डर का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असम और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत को लेकर गुरुवार को राहुल गांधी ने संसद में इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि भाजपा शासित असम और यूपी में लोकतंत्र और संविधान की फिर से हत्या हुई है. राहुल गांधी ने दोनों की मौत के पीछे पुलिस बल को कारण बताया है.
असम सरकार पर बरसी कांग्रेस
मृदुल इस्माल की मौत के बाद असम में सियासत शुरू हो गई है. पार्टी ने पुलिस द्वारा आंसू गैस का इस्तेमाल करने को मृदुल की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. पार्टी ने कहा कि इस्लाम पेशे से वकील थे और कांग्रेस पार्टी के राज्य कांग्रेस लीगल सेल के सदस्य थे. असम कांग्रेस के महासचिव बिपुल गोगोई ने कहा कि राज्य पुलिस ने बिना किसी उकसावे के कार्रवाई की और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. जिससे आसपास के सभी लोग प्रभावित हुए. इनमें बुजुर्ग लोग, बच्चे और सांस की बीमारी वाले व्यक्ति शामिल थे. पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों पर हमला किया जो पहले से ही आंसू गैस के कारण संघर्ष कर रहे थे और मृदुल इस्लाम उनमें से एक थे.
आरोपों पर पुलिस का बयान
कांग्रेस के आरोपों पर असम पुलिस का बयान सामने आया. गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंत बराह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि इस्लाम की मौत का कारण अभी भी पता नहीं चला है. बराह ने कहा, "यह सच है कि वह विरोध प्रदर्शन के दौरान बीमार पड़ गए और बाद में इलाज के दौरान जीएमसीएच में उनकी मौत हो गई, लेकिन मौत के कारण के बारे में निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने दीजिए." पुलिस ने यह भी कहा कि मृदुल के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है. अस्पताल ले जाने से पहले उसने बेचैनी की शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे.
मामले पर क्या बोले सीएम हिमंता
कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत के मामले में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर राजभवन में जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया और आसपास अराजकता पैदा की. पुलिस एफआईआर दर्ज करेगी और वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि अब से राजभवन के पास किसी भी प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी. विरोध और प्रदर्शन के लिए पहले से ही एक जगह दी जाएगी.