अवैध घुसपैठियों की समस्या पर CM सरमा ने जताई चिंता, कहा- 'पूरे देश में होना चाहिए NRC लागू'
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने NRC को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने अवैध घुसपैठियों पर चिंता जताते हुए कहा कि पूरे देश में NRC लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि असम में हम त्रुटि रहित एनआरसी की तलाश कर रहे हैं. हमें 20 प्रतिशत संशोधन की सुविधा दी जानी चाहिए.

गुवाहाटीः असम में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर काफी समय से विवाद जारी है. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ अब एक राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम सरमा ने कहा कि अवैध घुसपैठ अब केवल असम या फिर पश्चिम बंगाल की समस्या नहीं है, बल्कि अब ये पूरे देश की एक समस्या बन गया है.
अन्य राज्यों में आधार कार्ड बनवाकर आते हैं असम
CM सरमा ने कहा कि ये समस्या अब पूरी देश की समस्या है. दरअसल जब से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सत्ता को त्यागा है. तब से लेकर रोजाना बांग्लादेशी नागरिक असम में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. इस पर सीएम सरमा ने कहा कि हम इस समस्या को पूरे भारत के सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं. सरमा ने कहा कि ये लोग विदेश से असम और पश्चिम बंगाल की सीमओं से प्रवेश तो करते हैं. उसके साथ देश के कई राज्यों में जाकर आधार कार्ड बनवाकर असम में वापस आ जाते हैं.
इसलिए उन्होंने कहा कि NRC को लेकर अपडेट पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि असम में हम त्रुटि रहित एनआरसी की तलाश कर रहे हैं. हमें 20 प्रतिशत संशोधन की सुविधा दी जानी चाहिए.
सिर्फ असम नहीं अन्य राज्य में हो NRC
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि केवल असम में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में जैसे झारखंड में भी NRC होना चाहिए. इसी के साथ सीएम ने अखिल भारतीय स्तर पर सही राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर बनाने के लिए संसद में भी चर्चा होनी चाहिए. यह जरूरी हो गया है.
भेज दिया गया देश वापस
बांग्लादेश में चल रहे तनाव के बीच कई बांग्लादेशी वासियों ने असम में प्रवेश करने की कोशिश की थी. मामला उजागर होने पर 54 ऐसे अवैध प्रवासी सामने आए जिन्हें पुलिस हिरासत में लिया गया. इन 54 प्रवासियों में से 45 को उनके देश में वापसी भेज दिया गया है.