बेबी डॉल आर्ची से वायरल स्टार तक, Archita Phukon कैसे बनी मॉडल से प्लेबॉय सेंसेशन; पॉर्न इंडस्ट्री में एंट्री का सच क्या?
अर्चिता फुकन, उर्फ़ बेबी डॉल आर्ची, आज सोशल मीडिया की दुनिया में सनसनी बनी हुई हैं. असम की साधारण लड़की से लेकर प्लेबॉय मॉडल कैंपेन में टॉप-5 तक का सफर उनके जुनून, संघर्ष और आत्मविश्वास की कहानी है. वायरल वीडियो से परे, ये कहानी है एक भारतीय युवती की, जिसने सीमाएं तोड़ीं और दुनिया को अपनी पहचान दी.

सोशल मीडिया की दुनिया में जब कोई नाम अचानक ट्रेंड करता है, तो पीछे छिपी कहानी अक्सर जिज्ञासा से भर देती है. ऐसा ही हुआ है असम की लड़की अर्चिता फुकन के साथ, जो ‘बेबी डॉल आर्ची’ नाम से इंस्टाग्राम पर मशहूर हो चुकी हैं. एक वायरल रील, एक विवादित तस्वीर और प्लेबॉय मॉडलिंग कैंपेन की झलक ने उन्हें देशभर में चर्चा का विषय बना दिया है. लेकिन वायरल लाइमलाइट से इतर, अर्चिता की यात्रा एक आम युवती की असाधारण उड़ान की कहानी है.
असम में जन्मीं और दिल्ली में पली बढ़ी अर्चिता फुकन मॉडल थी. अब इसके बारे में कहा जा रहा है कि वह पॉर्न इंडस्ट्री से जुड़ गई हैं. सोशल मीडिया पर वायरल कुछ वीडियो और फोटो में देखा जा रहा है कि वो फेमस पॉर्न एक्टर-एक्ट्रेस के साथ हैं. अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहुत सवाल उठने लगे हैं और लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि अर्चिता फुकन की लाइफ जर्नी कैसी रही है...
कैसे मिला मॉडलिंग का काम?
अर्चिता कभी भी मॉडल बनने की योजना के साथ नहीं निकली थीं. बताया जाता है कि शुरुआती दिनों में उन्हें छोटे-मोटे फोटोशूट इसलिए मिले, ताकि खर्चा चल सके. फिर वे एक दोस्त के साथ मुंबई आ गईं और वहीं से उनकी संघर्ष की असली कहानी शुरू हुई. दिन में शूट, शाम को घरेलू काम और रातों में बजट प्लान सब कुछ खुद करते हुए उन्होंने इंस्टाग्राम पर कैजुअली कंटेंट डालना शुरू किया. यहीं से ब्रांड्स की नजरें उन पर गईं और धीरे-धीरे काम मिलने लगा.
एम्स्टर्डम से शुरू हुआ ग्लोबल मॉडलिंग का रास्ता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ ही महीनों बाद अर्चिता को एम्स्टर्डम के 'डी वॉलन' इलाके से एक पेशकश मिली, जहां उन्होंने एक मॉडलिंग प्रोजेक्ट स्वीकार किया. यह कोई सुनियोजित निर्णय नहीं था, बल्कि भावनात्मक आवेग से उठाया गया कदम था, जो बाद में जुनून में बदल गया. विदेश जाकर खुद को नए सिरे से स्थापित करना आसान नहीं था, लेकिन अर्चिता ने यह दिखा दिया कि सीमाओं से परे भी संभावनाएं होती हैं.
प्लेबॉय मॉडल कैंपेन में भारत की आवाज़
2023 में जब प्लेबॉय लॉन्जरी मॉडल कैंपेन की घोषणा हुई, तो अर्चिता ने उसमें भाग लिया और दुनिया भर की प्रतिभाओं में से शीर्ष 5 में जगह बनाई. वह इस सूची में जगह बनाने वाली एकमात्र भारतीय बनीं. उनके लिए यह सिर्फ़ जीत नहीं थी, बल्कि उस सफर की पुष्टि थी जिसमें उन्होंने अपने सपनों को अपनी हकीकत में बदल दिया.
असम की शांत वादियों से डिजिटल दुनिया तक
बताया जाता है कि अर्चिता का जन्म 9 फरवरी 1995 को असम के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ. लिटिल फ्लावर हाईस्कूल से पढ़ाई करते हुए उन्हें गणित और कला में रुचि पैदा हुई. एक साधारण, शर्मीली लड़की जो मिठाइयों की शौकीन थी, कभी अपने बचपन के वजन और आत्मविश्वास की कमी से जूझती थी, वही लड़की आज लाखों की नजरों में हॉट ट्रेंड बन चुकी है. दिल्ली में पढ़ाई और मुंबई के स्ट्रगल ने उन्हें बेहतर बनाया.
क्लिकबेट से परे पहचान बनाने की कहानी
हालांकि सोशल मीडिया पर अर्चिता को लेकर कई अफवाहें और विवाद भी तैर रहे हैं. कभी उन्हें अमेरिकी एडल्ट इंडस्ट्री से जोड़ा जाता है, तो कभी वायरल वीडियो के जरिए चर्चा में लाया जाता है. लेकिन इन विवादों के बीच उनकी असली पहचान एक ऐसी युवती की है, जिसने सीमित संसाधनों से वैश्विक पहचान तक का सफर तय किया. अर्चिता फुकन की कहानी हमें यही सिखाती है कि खुद पर भरोसा हो, तो कोई भी मंच छोटा नहीं होता.