संजौली मस्जिद को लेकर विवाद; सदन में उठा मुद्दा और हैदराबाद में प्रतिरोध, पढ़ें पूरी जानकारी
Sanjauli Masjid controversy: संजौली मस्जिद विवाद हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में हाल ही में उत्पन्न हुआ एक विवाद है. इस विवाद का मुख्य बिंदु शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को लेकर है. यहाँ पर कुछ प्रमुख बिंदुओं के साथ संक्षेप में जानकारी दी जा रही है तो आइए इस खबर में विस्तार से जानते हैं इस विवाद के बारे में....

Sanjauli Masjid controversy: देश का सबसे शांत राज्य हिमाचल प्रदेश इन दिनों एक बड़े विवाद का सामना कर रहा है. शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय निवासियों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है और इस मस्जिद को गिराने की मांग की है. सभी लोग इसे अवैध बता रहे हैं और इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा, हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों की यह भी मांग है कि पुलिस बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर नजर रखे और उनकी सही तरीके से वेरिफिकेशन की जाए.
दरअसल, संजौली मस्जिद विवाद की शुरुआत एक लड़ाई से हुई थी. बता दें कि, मल्याणा क्षेत्र में विक्रम सिंह नाम एक 37 वर्षीय व्यक्ति के साथ कुल छह लोगों के साथ मारपीट की थी इस मारपीट को लेकर विक्रम ने केस दर्ज कराया था. मारपीट के बाद क्षेत्र से आरोप लगाया कि वारदात को अंजाम देकर आरोपित मस्जिद में छिप गए.
क्या है संजौली मस्जिद विवाद
संजौली मस्जिद विवाद हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में हाल ही में उत्पन्न हुआ एक विवाद है. इस विवाद का मुख्य बिंदु शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को लेकर है. यहाँ पर कुछ प्रमुख बिंदुओं के साथ संक्षेप में जानकारी दी जा रही है.
कहां से शुरू हुआ विवाद
विवाद का प्रारंभ- संजौली मस्जिद को लेकर स्थानीय हिंदू संगठनों और निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि मस्जिद अवैध रूप से बनी है और इसे गिराने की मांग की जा रही है.
आंदोलन और विरोध- स्थानीय निवासियों और हिंदू संगठनों ने इस मस्जिद को अवैध बताकर इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया. उनके अनुसार, मस्जिद का निर्माण नियमों का उल्लंघन करकेसंजौली मस्जिद विवाद हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में हाल ही में उत्पन्न हुआ एक विवाद है. इस विवाद का मुख्य बिंदु शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को लेकर है. यहाँ पर कुछ प्रमुख बिंदुओं के साथ संक्षेप में जानकारी दी जा रही है.
पुलिस की निगरानी की मांग- कुछ हिंदू संगठनों ने यह भी मांग की है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की पुलिस द्वारा निगरानी की जाए और उनकी सही तरीके से वेरिफिकेशन की जाए.
सामाजिक और धार्मिक तनाव- इस विवाद ने स्थानीय समाज में धार्मिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है, जिससे समुदायों के बीच एकता और शांति पर प्रभाव पड़ा है. विवाद की स्थिति को समझने के लिए स्थानीय प्रशासन और धार्मिक संगठनों द्वारा संवाद और समाधान की कोशिशें की जा रही हैं.