Shimla mosque row: 'हम खुद ही तोड़ देंगे अवैध हिस्सा', बवाल के बाद बैकफुट पर आई मुस्लिम पैनल
Shimla mosque row: शिमला के संजौली इलाके में एक मस्जिद में अवैध ढांचे को लेकर हुए बवाल के बाद मुस्लिम पैनल ने नगर निगम से कहा कि वह खुद ही इस अवैध हिस्से को गिरा देंगे.

Shimla mosque row: शिमला के संजौली इलाके में बुधवार यानी 11 सितंबर 2024 को एक मस्जिद के अवैध ढांचे को गिराने की मांग को लेकर हिंदू समूहों ने जमकर प्रदर्शन किया था. इसके ठीक एक दिन बाद गुरुवार यानी 12 सितंबर 2024 को मुस्लिम पैनल ने नगर निगम से अवैध हिस्से को सील करने को कहा और कहा कि वह खुद ही उस हिस्से को गिरा देंगे.
मस्जिद पैनल के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को शिमला नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र कुमार अत्री को एक ज्ञापन सौंपा और नगर निगम से संजौली में संरचना के अवैध हिस्से को सील करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि वे स्वयं उस हिस्से को ध्वस्त कर देंगे.
हिंदू संगठन ने अवैध हिस्से को लेकर था आक्रोश
मस्जिद पैनल ने ये ज्ञापन हिंदू संगठन के विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद सौंपा है. दरअसल, शिमला के संजौली इलाके में एक मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बुधवार को सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए थे. प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए और पथराव किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और लाठीचार्ज किया. इस घटना में पुलिस और महिलाओं समेत करीब 10 लोग घायल हो गए.
स्थिति पर है नजर -मंत्री विक्रमादित्य सिंह
हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार स्थिति के बिगड़ने पर गंभीर रूप से चिंतित है और सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रखे हुए है. उन्होंने कहा, 'हम केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संपर्क में हैं और मैंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला से बात की है और वे भी चिंतित हैं कि कानून व्यवस्था की स्थिति में कोई गिरावट न आए.'
'जय श्री राम' और 'हिंदू एकता जिंदाबाद' के लगाए नारे
प्रदर्शन के दौरान 'जय श्री राम' और 'हिंदू एकता जिंदाबाद' के नारे लगाते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारी सब्जी मंडी ढली में एकत्र हुए और मस्जिद के पास लगे दूसरे बैरिकेड को तोड़ दिया. इस दौरान पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के सचिव कमल गौतम सहित कुछ प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया और मस्जिद के पास फिर से बैरिकेड लगा दिए लेकिन प्रदर्शनकारियों ने वहां से जाने से इनकार कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाना जारी रखा.