छोटा राजन का गुर्गा अखाड़े का संत! अखाड़े में मचा हड़कंप, अब होगी जांच
अल्मोड़ा जेल में बंद गैंगस्टर पीपी को महामंडलेश्वर बनाने की बात सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. इस खबर पर जूना अखाड़े ने प्रतिक्रिया दी है.

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे गैंगस्टर प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े का महंत बनाया गया है. दावा किया जा रहा है कि जेल में ही उसकी गुरु दीक्षा हुई है और उसे कई मंदिरों की गद्दी भी दे दी गई है. मामला प्रकाश में आने के बाद संत समाज के बीच हड़कंप मच गया है. यह खबर सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है. वहीं, इस खबर पर जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने इस खबर पर हैरानी जताते हुए कहा कि मामले की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है.
यह जांच कमेटी पता करेगी कि अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी कैसे संत बनाया और उसे किसने बनाया? उन्होंने कहा कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी. बता दें कि गैंगस्टर पीपी अल्मोड़ा के रानीखेत स्थित खनौइया गांव का रहने वाला है. यह बदमाश लंबे समय तक कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के गैंग में था. हालांकि इन दिनों वह हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है और इस समय अल्मोड़ा जेल में है. उसे पिछले ही साल ही अल्मोड़ा से हरिद्वार जेल भेजा गया था, लेकिन अब वह वापस अल्मोड़ा जेल में आ गया है. सोशल मीडिया के जरिए मामले की जानकारी मिलने पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने मीडिया से बात की.
जूना अखाड़े ने जताई हैरानी
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि जो गलत है, वो गलत ही है. उन्होंने बताया कि सात सदस्यीय कमेटी बना दी गई है. उन्होंने साफ किया कि यदि किसी लालच में आकर इसतरह का काम किया है तो उसे दंड भी मिलेगा. उन्होंने भरोसा दिया कि अखाड़े के महात्माओं ने यह गलत काम किया है तो उन्हें भी अखाड़े से बाहर जाना होगा. उन्होंने बताया कि ऐसी सूचना मिली है कि अखाड़े के किसी बाबा ने उसे अपना चेला बनाया था, लेकिन इसपर अभी कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि महामंडलेश्वर बनना आसान नहीं है. इसके लिए काफी लंबी प्रक्रिया से गुजरना होता है और यह प्रक्रिया केवल कुंभ के दौरान होती है.