आखिर क्यों मिली Vaibhav Suryavanshi को अंडर-19 टीम इंडिया की कप्तानी? ये है सबसे बड़ा कारण
14 साल के वैभव सूर्यवंशी को साल 2026 की शुरुआत में फैंस अंडर-19 टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए देखने वाले हैं. ये पहली बार है जब वैभव सूर्यवंशी टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे. हालांकि इसके पीछे का कारम भी सामने आ चुका है कि आखिर आयुष म्हात्रे की जगह क्यों वैभव को कप्तान बनाया गया?
Vaibhav Suryavanshi: वैभव सूर्यवंशी के लिए साल 2025 काफी कमाल का रहा. पहले आईपीएल 2025 में इस 14 साल के विस्फोटक बल्लेबाज ने राजस्थान रॉयल्स के लिए धमाल मचाया, फिर उसके बाद यूथ टेस्ट और वनडे में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड की धरती पर गेंदबाजों की पिटाई की. विपक्षी गेंदबाजों में वैभव के नाम का खौफ देखने को मिला है.
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अब 2026 की शुरुआत वैभव सूर्यवंशी के करियर में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जोड़ने जा रही है. अंडर-19 वर्ल्ड कप से ठीक पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली यूथ वनडे सीरीज में वैभव टीम इंडिया की कप्तानी करते नजर आएंगे. इतनी कम उम्र में कप्तानी की जिम्मेदारी मिलना उनके टैलेंट और भरोसे का सबसे बड़ा प्रमाण माना जा रहा है.
यूथ वनडे सीरीज में करेंगे कप्तानी
अंडर-19 वर्ल्ड कप की तैयारियों के तहत भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की यूथ वनडे सीरीज का आयोजन किया जाएगा. इस सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है, जिसमें 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को कप्तान बनाया गया है. यह सीरीज टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप से पहले अहम अभ्यास का मौका होगी.
क्यों वैभव सूर्यवंशी को मिली कप्तानी?
वैभव सूर्यवंशी को कप्तान बनाए जाने के पीछे एक अहम वजह सामने आई है. टीम के संभावित कप्तान आयुष म्हात्रे कलाई में चोट के कारण इस सीरीज से बाहर हो गए हैं. बीसीसीआई नहीं चाहती कि अंडर-19 वर्ल्ड कप से ठीक पहले आयुष पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव पड़े या उनकी चोट और गंभीर हो. अगर आयुष म्हात्रे फिट होते और उपलब्ध रहते, तो कप्तानी की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाती, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में टीम के सबसे भरोसेमंद और प्रभावशाली खिलाड़ी के तौर पर वैभव सूर्यवंशी का नाम सबसे आगे रहा.
अंडर-19 वर्ल्ड कप से पहले बड़ी जिम्मेदारी
साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह सीरीज वैभव सूर्यवंशी के लिए कप्तान के तौर पर खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होगी. अंडर-19 वर्ल्ड कप से पहले इस तरह की जिम्मेदारी मिलना न सिर्फ उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट को एक और भविष्य का सितारा भी देगा.





