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पैरालंपिक्स 2024 से बनीं स्टार, कौन हैं ब्रॉन्ज गर्ल मोना अग्रवाल?

मोना अग्रवाल ने 37 साल की उम्र में जो कारनामा किया है, वह दूसरी उम्र की खिलाड़ियों के लिए बेहद दुर्लभ है. उन्होंने पैरा शूटिंग में कांस्य पदक अपने नाम किया.

पैरालंपिक्स 2024 से बनीं स्टार, कौन हैं ब्रॉन्ज गर्ल मोना अग्रवाल?
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( Image Source:  ANI )
सचिन कुमार सिंह
सचिन कुमार सिंह

Updated on: 14 Dec 2025 9:11 PM IST

मोना अग्रवाल ने 37 साल की उम्र में जो कारनामा किया है, वह दूसरी उम्र की खिलाड़ियों के लिए बेहद दुर्लभ है. उन्होंने पैरा शूटिंग में अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है. 30 अगस्त को 10 मीटर एयर राइफल मुकाबले में मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता है.

पेरिस पैरालंपिक्स में भारतीय पैरा शूटर, शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. मनु भाकर और स्वनिल कुसाले की तरह इन खिलाड़ियों ने भी शारीरिक अक्षमताओं के बाद भी पदक हासिल कर रहे हैं और भारत की मेडल टैली बढ़ा रहे हैं. मोना अग्रवाल, बचपन से ही शारीरिक चुनौतियों से जूझती रही हैं. उन्हें बचपन में ही पोलियो हो गया था. साल 2023 के जुलाई महीने में उन्होंने पहली बार क्रोएशिया के ओसिजेक शूटिंग वर्ल्डकप में एक इंटरनेशनल मैच खेला. अप्रैल 2024 में उन्होंने कोरिया के चांगवान में पैरा वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया.

मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया. मार्च 2024 में नई दिल्ली में हुए WSPS पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर, पैरलंपिक में अपनी एंट्री फाइनल कर ली. अपने पहले ही पैरालंपिक्स में उन्होंने अवनी लेखरा के साथ धमाल मचाया. अवनि ने गोल्ड तो मोना ने ब्रॉन्ज जीता.

कौन हैं मोना अग्रवाल?

मोना अग्रवाल का जन्म 8 नवंबर 1987 को राजस्थान के सीकर में हुआ था. वे पैरा शूटर हैं और महिलाओं की 10 मीटर राइफल प्रतिस्पर्धा की माहिर खिलाड़ी हैं. उन्होंने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में ट्रेनिंग ली है. उन्होंने एकलव्य स्पोर्ट्स एकेडमी में भी ट्रेनिंग ली है. वे विकलांगका वर्ग 1 में आती हैं. इसे SH1 कैटेगरी कहते हैं. उनके कमर से नीचे का हिस्सा काम नहीं करता है.

मोना अग्रवाल ने इसे बाधा नहीं बनने दिया. उन्होंने मेहनत की और खुद को कामयाबी की राह पर ले गए. मोना अग्रवाल 23 साल की उम्र से आत्मनिर्भर हैं. वे पहले एचआर मार्केटिंग में थीं. उन्होंने साल 2016 में सब छोड़कर पैरालंपिक्स के लिए खुद को तैयार लिया. वे राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती थीं. देखते ही देखते राष्ट्रीय और फिर अंतराष्ट्रीय स्तर पर वे छा गईं. उन्होंने तीनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीता है. वे देश की चर्चित महिला खिलाड़ियों में से एक हैं.

Mona Agarwal
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