जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ VVS लक्ष्मण ने उगली थी आग, फिर भी बुरी तरह हारा था भारत
VVS Laxman: वीवीएस लक्ष्मण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने असाधारण प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध हैं, खासकर टेस्ट क्रिकेट में. 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में विश्व क्रिकेट पर छाए रहने वाले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी को उनकी शान, लचीलापन और क्लास के लिए याद किया जाता है.

VVS Laxman: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच का क्रिकेट इतिहास कई अविस्मरणीय पलों से भरा हुआ है. उनमें से एक खास पारी रही VVS लक्ष्मण की, जो 1999-2000 के दौरे के दौरान सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर खेली गई थी. उस समय भारत की टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ में बुरी तरह से हार चुकी थी, लेकिन लक्ष्मण की इस पारी ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी.
पारी की शुरुआत
यह लक्ष्मण के करियर के शुरुआती दिनों की बात है. वह तब टीम के स्थायी खिलाड़ी नहीं थे, और उन्हें इस दौरे पर ओपनिंग करने का मौका दिया गया था. ऑस्ट्रेलिया की मज़बूत गेंदबाज़ी आक्रमण के खिलाफ, जिसमें ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली और शेन वॉर्न जैसे दिग्गज शामिल थे, लक्ष्मण ने जबर्दस्त संघर्ष दिखाया.
दूसरी पारी में जब भारत बल्लेबाजी करने उतरा, तो टीम पहले से ही बड़े अंतर से पीछे थी. जैसे-जैसे विकेट गिरते रहे, लक्ष्मण ने एक के बाद एक शानदार शॉट्स खेलते हुए विरोधी टीम पर दबाव बनाना शुरू किया. ग्लेन मैक्ग्रा की बाउंसर से हेलमेट पर चोट लगने के बावजूद, उन्होंने अपनी लय नहीं खोई और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ बेहतरीन शॉट्स खेले.
करारा शतक
लक्ष्मण की यह पारी न केवल उनके शॉट्स की विविधता के लिए याद की जाती है, बल्कि उनकी टाइमिंग और प्लेसमेंट ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. 55 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद, लक्ष्मण ने अपनी आक्रामकता को और तेज़ किया. शेन वॉर्न की लेग स्पिन को भी उन्होंने बड़े आसानी से कवर ड्राइव और मिडविकेट के पार भेजा. यह वह क्षण था जब ऑस्ट्रेलियाई फील्डर भी उनकी प्रतिभा को सराहने पर मजबूर हो गए थे.
114 गेंदों में अपना शतक पूरा करने वाले लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए. 172 गेंदों में 150 रन बनाने के बाद, वह 167 रन बनाकर ब्रेट ली की गेंद पर एडम गिलक्रिस्ट के हाथों कैच आउट हुए. मैदान छोड़ते समय सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में उन्हें खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट के साथ विदाई दी गई.
2001 में खेली 281 रनों की यादगार पारी
लक्ष्मण की इस पारी ने न सिर्फ उन्हें एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया, बल्कि उनकी बल्लेबाजी की कला ने विरोधी खिलाड़ियों को भी प्रभावित किया. जस्टिन लैंगर और ब्रेट ली जैसे खिलाड़ियों ने भी उनकी तारीफ की. यह पारी एक संकेत थी कि लक्ष्मण आने वाले समय में भारत के लिए कितने महत्वपूर्ण साबित होंगे. बाद में 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में उनकी ऐतिहासिक 281 रनों की पारी ने इसे सही साबित किया.
VVS लक्ष्मण का यह खेल न केवल भारत के क्रिकेट इतिहास में बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके कई अन्य कालजयी प्रदर्शनों की शुरुआत थी, जिसने उन्हें एक "वेरि वेरी स्पेशल" खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया.