जब टीम इंडिया आखिरी बार पाकिस्तान में क्रिकेट खेली, तब क्या-क्या हुआ था?
एशिया कप 2025 के लिए भारत-पाकिस्तान मैच की तारीख़ 14 सितंबर तय की गई है, लेकिन पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के तनावपूर्ण रिश्तों ने इसे विवादों में डाल दिया है. बीसीसीआई ने राजनीतिक कारणों से ढाका बैठक में वर्चुअली हिस्सा लिया. अब यह बहस तेज़ है- क्या क्रिकेट रिश्तों को नया रास्ता देगा या पुरानी दरारें गहरा जाएंगी?

बीते शनिवार को एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2025 की तारीख़ों का एलान किया गया. इसकी तारीख़ों का एलान 24 जुलाई को ढाका में हुई एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक के बाद तय की गईं. इसमें भारतीय क्रिकेट बोर्ड का प्रतिनिधित्व बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने वीडियो कॉल के ज़रिए किया क्योंकि राजनीतिक स्थिति के कारण भारत ने बांग्लादेश की यात्रा करने से इनकार कर दिया था.
इसी बैठक में टूर्नामेंट के सबसे हाई-प्रोफ़ाइल भारत और पाकिस्तान के बीच मुक़ाबले की तारीख़ तय की गई. यह मुक़ाबला 14 सितंबर 2025 को रखा गया है. इतना ही नहीं, दोनों टीमें 14 सितंबर के अलावा अगर फ़ाइनल तक पहुंचती हैं तो संभावना यह भी है कि वो दो बार और आपस में भिड़ सकती हैं.
दोनों चिर प्रतिद्वंदियों के बीच जैसे ही इस मुक़ाबले का एलान किया गया, सोशल मीडिया पर इसे लेकर आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया और समाचारों में इसे लेकर चर्चा छिड़ गई. सांसदों से लेकर पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट के चाहने वालों तक ने इस मैच को लेकर अपना विरोध जताया लेकिन भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने इस मामले में अंतिम फ़ैसला लेने का काम बीसीसीआई के पाले में डाल दिया.
ऑपरेशन सिंदूर से रिश्ते हुए तल्ख़
दरअसल, पहलगाम में हुए आंतकवादी हमले के बाद दोनों देश युद्ध के कगार पर आ गए थे, जिसका भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के साथ जवाब दिया था. तब से ही दोनों देशों के बीच सभी तरह की राजनीतिक, व्यापारिक और अन्य गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं. अब एक ओर इन दोनों देशों के बीच तल्ख रिश्तों के कारण खेलने का विरोध हो रहा है पर क्रिकेट के चाहने वाले दोनों देशों को खेलते भी देखना चाहते हैं.
कब भिड़ीं आपस में दोनों टीमें?
दोनों टीमें पिछले साल जून में टी20 वर्ल्ड कप में भिड़ी थीं जहां भारत ने पाकिस्तान को छह रन से हराया था. वहीं वनडे में दोनों टीमें इसी साल फ़रवरी में चैंपियंस ट्रॉफ़ी में आपस में भिड़ी थीं, जहां भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हराया था. हां, टेस्ट मैचों में भारत और पाकिस्तान आखिरी बार 18 साल पहले दिसंबर 2007 में आपस में मुक़ाबला की थीं. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी मैदान में खेला गया वो मुक़ाबला ड्रॉ छूटा था.
भारत ने आखिरी बार 7 जनवरी से 19 फ़रवरी 2006 तक पाकिस्तान का दौरा किया था. तब वहां टीम इंडिया ने टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में मुक़ाबले खेले थे. उससे पहले भारत ने 1989-90 में पाकिस्तान का दौरा किया था. वहीं 2008 में भारत ने एशिया कप टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था. तब एशिया कप में एक मैच भारत ने तो दूसरा मुक़ाबला पाकिस्तान ने जीता था. हालांकि पाकिस्तान फ़ाइनल में नहीं पहुंच सका. जहां भारत को हरा कर श्रीलंका ने ट्रॉफ़ी अपने नाम की थी.
पाकिस्तान में कैसा है भारत का रिकॉर्ड?
दोनों टीमें टी20 मैचों में अब तक 13 बार भिड़ी हैं जहां भारत ने 10 बार जीत हासिल की है और पाकिस्तान ने 3 मुक़ाबले जीते हैं. पर इनमें से एक भी मैच पाकिस्तान में नहीं खेला गया है. वनडे में 136 बार दोनों टीमों का आमना-सामना हुआ है. यहां पाकिस्तान 73 जीत के साथ भारत (58 जीत) से कहीं आगे है. दोनों देशों के बीच 5 मैच बेनतीजा रहे हैं.
वनडे मुक़ाबलों में पाकिस्तान में भी भारत का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है. पाकिस्तान में दोनों टीमों के बीच 27 वनडे मैच खेले गए हैं. जिनमें से 14 में पाकिस्तान जबकि 11 में भारत को जीत मिली है. जबकि दो मुक़ाबले बेनतीजा रहे हैं. हालांकि पाकिस्तान में खेले गए अंतिम 10 मुक़ाबलों में भारत ने उसे सात बार मात दी है, जबकि उसे केवल तीन मैचों में ही जीत हासिल हो सकी है.
भारत और पाकिस्तान ने आपस में अब तक कुल 59 टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें पाकिस्तान को 12 जबकि भारत को 9 में जीत हासिल हुई है वहीं 38 मैच ड्रॉ रहे हैं. वहीं पाकिस्तान में इनमें से 25 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें से सात में पाकिस्तान को तो दो में भारत को जीत मिली, बाकी 16 मैच ड्रॉ रहे.
जब पाकिस्तान में आखिरी बार खेला भारत...
अब बात करते हैं पाकिस्तान में भारत के प्रदर्शन की. तो पाकिस्तान में भारत ने जनवरी 2006 में आखिरी बार टेस्ट मैच खेला था. राहुल द्रविड़ की कप्तानी में खेले गए उस टेस्ट मैच की शुरुआत इरफ़ान पठान के हैट्रिक के साथ हुई. पर कामरान अकमल ने शतक जमा कर पाकिस्तान का स्कोर 245 रनों पर पहुंचाया. इरफ़ान पठान ने पांच विकेट चटकाए. भारतीय टीम पहली पारी में 238 रन बना कर आउट हो गई. फिर पाकिस्तान ने 140 ओवरों तक बल्लेबाज़ी करते हुए फ़ैसल इक़बाल के शतक (139 रन); मोहम्मद यूसुफ़ (97 रन), अब्दुल रज़्ज़ाक (90 रन), कप्तान यूनिस ख़ान (77 रन) और शाहिद अफ़रीदी (60 रन) के अर्धशतकों की बदौलत 7 विकेट पर 599 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी और भारत के सामने जीत के लिए 607 रनों का विशाल लक्ष्य रखा. टीम इंडिया युवराज सिंह के शतक (122 रन) के बावजूद 265 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और वह टेस्ट मैच 341 रनों के विशाल अंतर से हार गई.