मुश्किल में फंसे सुरेश रैना! 2000 करोड़ रुपये के बेटिंग रैकेट में ED ने भेजा समन, Parimatch से जुड़े बड़े घोटाले की जांच हुई तेज
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना को ED ने बुधवार को दिल्ली दफ़्तर में तलब किया है. मामला ‘Parimatch’ बेटिंग ऐप से जुड़े कथित ₹2000 करोड़ मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का है. ED ने मंगलवार को मुंबई, दिल्ली-NCR, हैदराबाद, जयपुर, मदुरै और सूरत में 15 जगह छापेमारी की. जांच में सामने आया कि धोखाधड़ी से जुटाए गए पैसे म्यूल अकाउंट्स, पेमेंट एग्रीगेटर्स, क्रिप्टो वॉलेट्स, छोटे कैश विदड्रॉल और UPI ट्रांसफर के जरिए घुमाए गए. मामला PMLA के तहत दर्ज हुआ है.
ED sent summons to Suresh Raina: भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा है. अधिकारियों के मुताबिक, रैना को बुधवार को दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है. यह समन ईडी द्वारा चल रही उस जांच का हिस्सा है, जो ऑनलाइन बेटिंग एप Parimatch से जुड़े बड़े वित्तीय घोटाले की तह तक पहुंचने के लिए की जा रही है.
हिंदुस्तान टाइम्स के सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को ईडी की मुंबई टीम ने इस मामले में मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, मदुरै और सूरत में कुल 15 स्थानों पर छापेमारी की. इन तलाशी कार्रवाइयों का उद्देश्य रैकेट के ऑपरेशन, वित्तीय लेनदेन और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करना था. यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (PMLA) के तहत शुरू की गई है.
2024 में रखी गई मामले की नींव
इस मामले की नींव 2024 में मुंबई साइबर पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज एक एफआईआर पर रखी गई थी. जांच में सामने आया है कि Parimatch एप के जरिए लोगों से भारी रकम ठगी गई और उन्हें म्यूल अकाउंट्स में जमा कराया गया. इन खातों के जरिए पैसों को अलग-अलग पेमेंट एग्रीगेटर्स और मनी ट्रांसफर एजेंट्स के माध्यम से ‘लेयर’ किया गया. अधिकारियों के अनुसार, इस रैकेट के जरिए अब तक ₹2,000 करोड़ से अधिक की रकम इकट्ठा की गई है. यह रकम क्रिप्टो वॉलेट्स, तमिलनाडु के कुछ इलाकों में छोटे-छोटे एटीएम कैश निकासी और कम वैल्यू वाले यूपीआई ट्रांसफर के जरिए सफेद की गई.
रैना से क्यों की जाएगी पूछताछ?
सूत्रों का कहना है कि रैना से पूछताछ का मकसद यह पता लगाना है कि उनका इस प्लेटफॉर्म से सीधा या परोक्ष कोई संबंध था या नहीं, और क्या उन्होंने किसी प्रमोशनल, ब्रांडिंग या आर्थिक गतिविधि में भाग लिया था. ईडी यह भी जानना चाहती है कि उनके बैंक लेनदेन या निवेश का इस रैकेट से कोई जुड़ाव है या नहीं.
रैना ने क्या कहा?
हालांकि, अब तक रैना की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. ईडी का मानना है कि इस नेटवर्क के तार देश और विदेश दोनों जगह फैले हैं, और इसमें कई हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के शामिल होने की आशंका है. जांच एजेंसी आने वाले दिनों में कई और बड़े नामों को तलब कर सकती है. फिलहाल, ईडी के अधिकारी इस पूरे फंड फ्लो को ट्रैक करने और डिजिटल ट्रांजैक्शंस के जरिए जुड़े सभी खातों की पहचान करने में जुटे हैं.





