Begin typing your search...

मां अंजलि के साथ ऋषिकेश पहुंचीं सारा तेंदुलकर, गंगा आरती में लिया हिस्सा

Sara Tendulkar reached Rishikesh with her mother Anjali: अंजलि तेंदुलकर ने इस अनुभव को लेकर कहा, "परमार्थ निकेतन में आकर मुझे गहरी शांति और संतोष मिला. स्वामी के विचारों ने हमें पर्यावरण और समाज के कल्याण के लिए और अधिक प्रेरित किया. यहां की दिव्यता और आध्यात्मिकता ने मुझे गहरा प्रभावित किया."

मां अंजलि के साथ ऋषिकेश पहुंचीं सारा तेंदुलकर, गंगा आरती में लिया हिस्सा
X
Sara Tendulkar
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 16 Nov 2024 12:02 PM IST

Sara Tendulkar reached Rishikesh with her mother Anjali: भारत के क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजलि तेंदुलकर और उनकी बेटी सारा तेंदुलकर हाल ही में ऋषिकेश में आयोजित गंगा आरती में शामिल हुईं. यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, और दोनों के दिव्य अनुभवों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं. गंगा आरती के बाद, दोनों ने परमार्थ निकेतन के प्रमुख और प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया.

गंगा आरती में हिस्सा लिया

14 नवंबर को ऋषिकेश में आयोजित गंगा आरती में अंजलि और सारा तेंदुलकर का सम्मिलन एक विशेष अनुभव बना. गंगा आरती के बाद दोनों ने अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि परमार्थ निकेतन एक अत्यधिक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक स्थान है. उनका कहना था कि यहां की दिव्यता और शांति को महसूस करना एक अविस्मरणीय अनुभव था.

अंजलि तेंदुलकर ने इस अनुभव को बहुत खास बताते हुए कहा, "गंगा आरती में शामिल होकर आत्मा को शांति और शुद्धि मिलती है. यह एक अद्भुत क्षण था, जो हमेशा याद रहेगा." उन्होंने बताया कि गंगा के किनारे पर आरती के दौरान आत्मिक सुख की अनुभूति हुई.

सत्संग का हिस्सा बनीं अंजलि और सारा

इसके साथ ही, अंजलि और सारा तेंदुलकर स्वामी चिदानंद सरस्वती के सत्संग में भी शामिल हुईं. इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और सामाजिक कल्याण के मुद्दों पर गहन चर्चा की. स्वामी चिदानंद सरस्वती ने उन्हें इन विषयों पर कई प्रेरणादायक विचार दिए.

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने परमार्थ निकेतन में चल रहे कई सामाजिक और पर्यावरणीय अभियानों के बारे में भी जानकारी दी, जिसे दोनों ने बहुत सराहा. उनके विचारों ने अंजलि और सारा को समाज सेवा और पर्यावरण के प्रति और अधिक जागरूक किया.

महाकुंभ के मेले के लिए न्यौता

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने तेंदुलकर परिवार को अगले साल जनवरी में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. महाकुंभ मेले का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा, और तेंदुलकर परिवार भी इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनेगा.

अगला लेख