67 टेस्ट, 12 शतक; रोहित शर्मा का बड़ा फैसला- टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा!
Rohit Sharma Retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है, जिससे उनके टेस्ट करियर को लेकर चल रही सभी अटकलों पर अब विराम लग गया है.

Rohit Sharma Retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान किया है, जिससे उनके टेस्ट करियर को लेकर चल रही सभी अटकलों पर अब विराम लग गया है. रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल भारतीय बल्लेबाजों में से एक हैं, 38 वर्षीय रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में शानदार प्रदर्शन किया.
उन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 12 शतकों और 18 अर्धशतकों की मदद से कुल 4301 रन बनाए. इस दौरान उनका औसत 40.57 का रहा. करियर के दूसरे हिस्से में वह भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाजों में से एक बनकर उभरे.
38 वर्षीय रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 12 शतकों और 18 अर्धशतकों की मदद से कुल 4301 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 40.57 का रहा. करियर के दूसरे हिस्से में वह भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाजों में से एक बनकर उभरे.
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल तक का सफर तय किया था, जहां टीम का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हुआ था. हालांकि, हाल की कुछ घरेलू सीरीजों - जैसे न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी- में भारतीय टीम का प्रदर्शन उतना दमदार नहीं रहा था. रोहित के इस फैसले के बाद अब वह सीमित ओवरों के फॉर्मेट (वनडे और टी20) पर फोकस जारी रखेंगे.
कप्तान की रेस में कौन- कौन आगे?
ऐसा माना जा रहा है कि चयनकर्ताओं के इस रुख को भांपते हुए रोहित ने अपने भविष्य को लेकर स्पष्ट निर्णय ले लिया. अब इंग्लैंड दौरे के लिए जल्द ही नए कप्तान का एलान किया जाएगा. जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल और ऋषभ पंत इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं. इससे पहले बुमराह ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की थी.
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में ही ऐसी अटकलें थीं कि रोहित इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, फरवरी में भारत द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद उन्होंने बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर इंग्लैंड दौरे पर खेलने की इच्छा जताई थी। बीसीसीआई उस समय उनके फैसले का समर्थन करने को तैयार भी थी.
लेकिन रोहित के इस फैसले ने चयनकर्ताओं को असमंजस में डाल दिया था. चयन समिति को लेकर यह स्पष्ट मत नहीं बन पा रहा था कि 38 वर्षीय रोहित को नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल की शुरुआत में टीम की कमान सौंपी जाए या नहीं. चयनकर्ताओं को यह चिंता भी थी कि अगर रोहित का फॉर्म गिरा तो इससे न सिर्फ टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ेगा बल्कि चयन समिति की साख पर भी सवाल उठ सकते हैं. अब रोहित के संन्यास के बाद चयनकर्ताओं को स्पष्ट रास्ता मिल गया है और भारतीय टेस्ट टीम नए कप्तान के साथ इंग्लैंड में नई शुरुआत करेगी.