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नीरज चोपड़ा की पेरिस में धमाकेदार वापसी, डायमंड लीग 2025 का पहला खिताब जीता

नीरज ने इस मुकाबले में कुल छह प्रयासों में हिस्सा लिया, जिनमें से केवल तीन ही वैध थे. लेकिन उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में ऐसा निशान तय कर दिया, जिसे पार करना बाकी खिलाड़ियों के लिए कठिन साबित हुआ.

नीरज चोपड़ा की पेरिस में धमाकेदार वापसी, डायमंड लीग 2025 का पहला खिताब जीता
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 21 Jun 2025 5:42 PM IST

भारतीय भाला फेंक (javelin throw) स्टार नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में गिना जाता है. शुक्रवार, 20 जून 2025 को पेरिस में आयोजित डायमंड लीग प्रतियोगिता में उन्होंने न केवल सीज़न की शानदार शुरुआत की, बल्कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपनी पांचवीं जीत दर्ज की. नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88.16 मीटर की शानदार थ्रो करके खिताब अपने नाम कर लिया, जो अंत तक अपराजेय साबित हुआ.

नीरज ने इस मुकाबले में कुल छह प्रयासों में हिस्सा लिया, जिनमें से केवल तीन ही वैध थे. लेकिन उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में ऐसा निशान तय कर दिया, जिसे पार करना बाकी खिलाड़ियों के लिए कठिन साबित हुआ. खासतौर पर जर्मनी के जूलियन वेबर, जिन्होंने इस साल दोहा में नीरज को हराया था और पोलैंड के जानूस कुसोसिन्स्की मेमोरियल में भी उनसे आगे रहे थे, वे इस बार नीरज की चुनौती को पार नहीं कर सके.

86.20 मीटर का थ्रो

वेबर ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की,उन्होंने लगातार छह प्रयास किए और कई बार नीरज पर दबाव भी बनाया, लेकिन 86.20 मीटर का थ्रो उनकी शानदार कोशिश रही. वहीं नीरज ने दूसरे प्रयास में 85.10 मीटर की दूरी तय की और इसके बाद के तीन प्रयास फाउल रहे. अंतिम प्रयास में उन्होंने 82.89 मीटर का थ्रो किया, जो तकनीकी रूप से शानदार था लेकिन पहले प्रयास की ऊंचाई नहीं छू सका. हालांकि, यह पहले ही तय हो चुका था कि मुकाबला नीरज जीत चुके हैं.

दूसरे और तीसरे स्थान के लिए कड़ी टक्कर

वेबर पूरे मुकाबले में नीरज के सबसे करीब रहे और दूसरे स्थान पर रहे. तीसरे स्थान के लिए हालांकि ज़ोरदार प्रतिस्पर्धा देखने को मिली. पहले यह स्थान त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वाल्कोट के पास था, लेकिन बाद में ब्राज़ील के मौरिसियो लुईज दा सिल्वा ने 86.20 मीटर की दूरी तय कर महाद्वीपीय रिकॉर्ड तोड़ दिया और तीसरे स्थान पर काबिज हो गए.

मौसम ने दिखाया अपना मिजाज

जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ी, मौसम में बदलाव आने लगा. मैदान पर तापमान गिरने लगा और हवा की दिशा भी अस्थिर हो गई, जिससे बाकी खिलाड़ियों को थ्रो करने में कठिनाई हुई. लेकिन नीरज चोपड़ा ने अपने अनुभव और आत्मविश्वास का परिचय देते हुए मुकाबले को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में रखा. दोहा की हार के बाद यह जीत उनके लिए विशेष मायने रखती है.

आठ साल बाद वापसी

पेरिस डायमंड लीग में यह नीरज की आठ साल बाद वापसी थी. पिछली बार वह जूनियर विश्व चैंपियन के रूप में यहां आए थे और पांचवें स्थान पर रहे थे. लेकिन इस बार वह पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ लौटे थे. उन्होंने न केवल अपने प्रदर्शन से सबको चौंकाया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि वह क्यों ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हैं और विश्व एथलेटिक्स में भारत का सबसे बड़ा नाम बन चुके हैं. अब नीरज चोपड़ा 24 जून को चेक गणराज्य के ओस्ट्रावा में होने वाले गोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स मीट में हिस्सा लेंगे. इसके बाद 4 जुलाई को वह उद्घाटन नीरज चोपड़ा क्लासिक में भाग लेंगे, जिसमें वह खिताबधारी के रूप में उतरेंगे.

नीरज की डायमंड लीग

-लौसाने 2022

-डायमंड लीग फाइनल 2022 (ज्यूरिख)

-दोहा 2023

-लौसाने 2023

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