मार्नस लाबुशेन को दूसरे टेस्ट से बाहर करो, ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने क्यों की ऐसी मांग
जॉनसन का मानना है कि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और उनकी टीम के खिलाफ संघर्ष करने से बेहतर है कि लाबुशेन घरेलू क्रिकेट में अपनी तकनीक और आत्मविश्वास को मजबूत करें.

ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्टार बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन इन दिनों खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. पर्थ में भारत के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में भी वे कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके. इसके बाद एडिलेड में खेले जाने वाले डे-नाइट टेस्ट से पहले उन्हें टीम से बाहर करने की मांग उठने लगी है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने खुलकर लाबुशेन को टीम से बाहर करने की सिफारिश की है. उनका मानना है कि खराब फॉर्म में चल रहे इस बल्लेबाज को एक ब्रेक की जरूरत है, ताकि वे अपनी लय वापस पा सकें.
मार्नस लाबुशेन पिछले कुछ महीनों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं. हालिया आंकड़ों पर नजर डालें तो उनकी पिछली 10 टेस्ट पारियों में औसत महज 13.66 का रहा है. साल 2023 में उन्होंने सिर्फ तीन बार अर्धशतक बनाए हैं और उनमें से एक भी पारी को शतक में नहीं बदल सके. उनका प्रदर्शन टीम के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है.
मिचेल जॉनसन की सिफारिश: बाहर होना ही सही विकल्प
मिचेल जॉनसन ने अपने कॉलम में लिखा कि लाबुशेन को एडिलेड टेस्ट से बाहर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा,
"मुझे लगता है कि इस समय लाबुशेन के लिए सबसे सही फैसला यही होगा कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाए. इससे उन्हें घरेलू क्रिकेट में अपनी फॉर्म वापस पाने का मौका मिलेगा. शेफील्ड शील्ड और क्लब क्रिकेट में खेलने से उन्हें बिना दबाव के खुद पर काम करने का मौका मिलेगा."
टीम से बाहर होना बड़ा झटका नहीं
जॉनसन ने यह भी कहा कि किसी खिलाड़ी का टीम से बाहर होना बड़ी बात नहीं है. उन्होंने लिखा, "हर क्रिकेटर अपने करियर में कभी न कभी टीम से बाहर होता है. असल बात यह है कि आप इससे कैसे वापसी करते हैं. भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलना, जो आत्मविश्वास से भरी है, किसी के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ऐसे में, एक नए खिलाड़ी को मौका देना बेहतर हो सकता है. नए खिलाड़ी के पास पिछली हार का कोई बोझ नहीं होता और वह बिना दबाव के बेहतर प्रदर्शन कर सकता है."
क्या टीम बदलाव के लिए तैयार है?
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है और जॉनसन की सलाह पर विचार करना स्वाभाविक है. एक नया खिलाड़ी टीम में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास ला सकता है. हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम मैनेजमेंट इस फैसले पर क्या रुख अपनाता है.