इस दिग्गज CEO ने BCCI की तारीफ में पढ़े कसीदे, डोमेस्टिक क्रिकेट पर कह दी ये बात
BCCI: बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने इस साल की शुरुआत में भारतीय खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए सख्त चेतावनी दी थी, और कहा था कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.

BCCI: लंकाशायर के CEO डेनियल गिडनी ने BCCI की घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने की रणनीति की जमकर तारीफ की है. उन्होंने इसे "शानदार प्राथमिकता" बताया और इंग्लिश खिलाड़ियों के एजेंट्स पर कड़ी आलोचना की, जो अपनी टीम के खिलाड़ियों को रेड-बॉल क्रिकेट के बजाय फ्रेंचाइजी लीग्स में भेजने पर जोर देते हैं. गिडनी के अनुसार, इस कारण इंग्लिश काउंटी चैम्पियनशिप के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.ॉ
BCCI ने अपने अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को, रोहित शर्मा, विराट कोहली, और जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों को छोड़कर, यह अनिवार्य कर दिया है कि वे राष्ट्रीय ड्यूटी से फ्री होने पर रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें. शिखर खिलाड़ी श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को BCCI के केंद्रीय अनुबंध से बाहर किया गया क्योंकि उन्होंने IPL के दौरान घरेलू क्रिकेट नहीं खेला था. जहाँ ईशान किशन ने बार-बार याद दिलाने के बावजूद रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया, वहीं श्रेयस अय्यर ने नॉकआउट मैचों सहित फाइनल में हिस्सा लिया था.
इन खिलाड़ियों को बताया खतरा
गिडनी ने BCCI की इस रणनीति को सही ठहराते हुए कहा, "कल्पना कीजिए, एक गवर्निंग बॉडी (BCCI) यह खुले तौर पर कह रही है... यह शानदार प्राथमिकता है." PTI की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'द गार्जियन' में गिडनी के बयान का हवाला दिया गया था. उनके अनुसार, काउंटी क्रिकेट को सबसे बड़ा खतरा खिलाड़ियों के एजेंट्स से है, जो केवल खिलाड़ियों की वित्तीय स्थिति पर ध्यान केंद्रित करते हैं और घरेलू क्रिकेट की परवाह नहीं करते.
गिडनी ने कहा, "कोच, प्रशासकों को दोषी ठहराया जाता है, लेकिन अगर किसी को दोष देना है, तो वह एजेंट्स हैं." यह बात उन्होंने ओल्ड ट्रैफर्ड में लंकाशायर और समरसेट के बीच एक मैच के दौरान कही. उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि खेल को मिलकर काउंटी चैम्पियनशिप का समर्थन करना चाहिए. इंग्लैंड के खिलाड़ियों को काउंटी चैम्पियनशिप में खेलने की कोई जरूरत नहीं है, और एजेंट्स इसकी कोई परवाह नहीं करते."
गिडनी ने दिया सुझाव
गिडनी ने सुझाव दिया कि खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाना इस समस्या का समाधान हो सकता है. उन्होंने कहा, "अधिक इनाम राशि से मदद मिल सकती है, और हमें 4-5 खिलाड़ियों को ज्यादा वेतन देने का तरीका खोजना चाहिए. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घरेलू वेतन का शीर्ष स्तर GBP 80,000-90,000 के बजाय GBP 200,000 तक हो और साथ ही खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने से रोका जाए."
डेनियल गिडनी का मानना है कि इंग्लैंड की काउंटी क्रिकेट के भविष्य को बचाने के लिए खिलाड़ियों की वेतन संरचना में सुधार जरूरी है, और यह घरेलू क्रिकेट के महत्व को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकता है. उन्होंने BCCI के इस निर्णय को सही ठहराया और इसे क्रिकेट की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए आवश्यक बताया.