अग्नि परीक्षा में फेल हुए KL राहुल, ऑस्ट्रेलिया A के खिलाफ नहीं चला बल्ला, BGT की प्लेइंग 11 में जगह बना पाना मुश्किल
KL Rahul:केएल राहुल के खराब फॉर्म के चलते अब चयनकर्ताओं के पास अन्य विकल्पों को आजमाने का मौका है. यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका मिलने की संभावना बढ़ गई है. ऐसे में राहुल को खुद को साबित करने के लिए सीमित मौके ही मिले हैं, और उन्हें अपनी फॉर्म में सुधार लाकर टीम में वापसी का प्रयास करना होगा.

भारत के अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल का हालिया प्रदर्शन उनके करियर के लिए चुनौती बनता जा रहा है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहने के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इंडिया ए के लिए खेलने से वे अपनी फॉर्म में वापसी करेंगे और बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के लिए चयनकर्ताओं का ध्यान खींचेंगे. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में चल रहे दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में केएल राहुल एक बार फिर असफल रहे और पहली पारी में केवल 4 रन पर आउट हो गए.
स्कॉट बोलैंड के सामने संघर्ष
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड केएल राहुल के खिलाफ इस मुकाबले को लेकर पहले से उत्साहित थे. उन्होंने पहले ही एक चेतावनी जारी कर दी थी कि उन्हें अपने होम ग्राउंड में राहुल को चुनौती देने में मजा आएगा. जब मुकाबला शुरू हुआ, तो बोलैंड ने अपनी बात साबित कर दी. उन्होंने राहुल को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट करवा कर उनका विकेट चटकाया, जिससे यह साफ हो गया कि राहुल पर दबाव काफी अधिक है.
ईश्वरन भी नहीं कर सके कमाल
केएल राहुल के अलावा, अभिमन्यु ईश्वरन भी टीम में ओपनिंग की दावेदारी कर रहे हैं. हालांकि, उनके प्रदर्शन ने भी टीम को निराश किया है. ईश्वरन इस मैच में बिना खाता खोले ही आउट हो गए. इससे पहले भी, ईश्वरन ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ पहले मुकाबले में मात्र 7 और 12 रन बनाए थे, जिससे उनकी फॉर्म को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
अन्य बल्लेबाजों का भी संघर्ष जारी
केवल राहुल और ईश्वरन ही नहीं, बल्कि कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ और साई सुदर्शन भी इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए और जल्दी ही आउट हो गए. देवदत्त पडिक्कल ने हालांकि 26 रन बनाए और कुछ हद तक पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन पहले सेशन में ही इंडिया ए की आधी टीम 65 रन पर ढेर हो गई.
BGT के लिए राहुल की जगह पर सवाल
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत 22 नवंबर से पर्थ में होनी है, लेकिन भारतीय टीम की ओपनिंग पोजीशन को लेकर अब तक संशय बरकरार है. अगर कप्तान रोहित शर्मा पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं होते, तो केएल राहुल और अभिमन्यु ईश्वरन बड़े दावेदार माने जा रहे थे. लेकिन मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए यह कहना कठिन है कि वे अंतिम एकादश में अपनी जगह बना पाएंगे या नहीं.