INDvsENG- Old Trafford Test- क्या बुमराह अगले टेस्ट में फ़िर बाहर बैठेंगे? दिग्गज क्रिकेटरों ने दिए तीखे बयान
इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट से पहले जसप्रीत बुमराह के खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है. कोच गौतम गंभीर ने पहले ही साफ कर दिया था कि बुमराह सिर्फ तीन टेस्ट खेलेंगे. पूर्व क्रिकेटर्स सुनील गावस्कर, अनिल कुंबले और इरफ़ान पठान ने टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाए हैं. गावस्कर ने कहा कि सुपरस्टार खिलाड़ियों को ब्रेक नहीं लेना चाहिए, जबकि कुंबले ने चेतावनी दी कि बुमराह नहीं खेले तो सीरीज़ खत्म. भारत 1-2 से पीछे है और चौथा टेस्ट 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफ़र्ड में शुरू होगा.

कई पूर्व क्रिकेटरों ने जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर एक कड़ा बयान दिया है. इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की खेली जा रही तेंदुलकर-एंडरसन सिरीज़ में भारत इस समय 1-2 से पीछे है, सिरीज़ का चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफ़र्ड में खेला जाना है. अगर टीम इंडिया को यह सिरीज़ जीतनी है तो उसे अगले दोनों टेस्ट मैच जीतने होंगे. लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को 22 रनों से हारने के बाद कप्तान शुभमन गिल पर अब सिरीज़ में वापसी का दबाव है.
टीम इंडिया हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट मैच को हार गई थी लेकिन दूसरे टेस्ट में एक हफ़्ते का समय होने के बावजूद जसप्रीत बुमराह को एजबेस्टन टेस्ट में आराम दिया गया. उसके बाद से ही भारतीय क्रिकेट के कई पूर्व दिग्गज टीम मैनेजमेंट की इस फ़ैसले को लेकर आलोचना कर रहे हैं. हालांकि एजबेस्टन में बुमराह के नहीं खेलने से कोई नुकसान नहीं हुआ और टीम इंडिया वो टेस्ट जीत कर सिरीज़ में 1-1 से बराबरी पर आ गई थी.
बुमराह के खेलने पर सस्पेंस
बुमराह ने लॉर्ड्स के तीसरे टेस्ट में दमदार वापसी की और पहली पारी में पांच विकेटों समेत कुल सात बल्लेबाज़ों को आउट किए. लेकिन उसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि बुमराह को ओल्ड ट्रैफ़र्ड में आराम दिया जा सकता है. चौथा टेस्ट मैच शुरू होने में एक हफ़्ते से भी कम का वक़्त बचा है और टीम इंडिया इस समय ओल्ड ट्रैफ़र्ड में ज़ोर-शोर से तैयारी में जुटी है. जैसे-जैसे चौथा टेस्ट मैच शुरू होने का समय क़रीब आ रहा है, बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट पर फिर चर्चा हो रही है.
गंभीर ने क्या कहा था?
दरअसल इसके पीछे वजह ये है कि इंग्लैंड दौरे पर कोच गौतम गंभीर बुमराह के इस सिरीज़ में केवल तीन टेस्ट मैच खेलने की बात कह चुके हैं. गंभीर ने कहा था, "भारत इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच टेस्ट मैचों में से केवल तीन में जसप्रीत बुमराह को उतारने की अपनी योजना में कोई बदलाव नहीं करेगा. हम इसमें कोई बदलाव नहीं करेंगे." "हमारे लिए उनका वर्कलोड मैनेज करना ज़्यादा ज़रूरी है. आगे भी काफ़ी क्रिकेट खेला जाना बाकी है." ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इस साल जनवरी में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बुमराह अपने पीठ की चोट की वजह से गेंदबाज़ी करने में असमर्थ रहे थे. हेडिंग्ले के पहले टेस्ट मैच में भी बुमराह ने पहली पारी में तो पांच विकेट लिए पर दूसरी पारी में उन्हें 19 ओवर डालने के बावजूद कोई विकेट नहीं मिल सका था और इंग्लैंड ने मैच के पांचवें दिन 371 के विशाल लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया था. अगर गंभीर अपनी बात पर अमल करते हैं तो बुमराह को ओल्ड ट्रैफ़र्ड में फ़िर आराम दिया जा सकता है, ताकि पीठ में तकलीफ़ की वजह से चार महीने टीम से बाहर रह कर कुछ ही दिनों पहले लौटे बुमराह की फ़िटनेस बरकरार रहे. बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर बीसीसीआई ने इस दौरे से पहले स्पष्ट कर दिया था कि बुमराह पांच में से केवल तीन टेस्ट मैच ही खेलेंगे.
गावस्कर ने क्या कहा?
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज़ी के दिग्गज सुनील गावस्कर ने इसका कड़ा विरोध करते हुए स्पष्ट कहा कि क्रिकेटर्स को ऐसी अहम सिरीज़ में आराम करने की जगह राष्ट्रीय कर्तव्य को प्राथमिकता देनी चाहिए. गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स पर कहा है कि बुमराह को चौथा टेस्ट ज़रूर खेलना चाहिए जहां भारत का बहुत कुछ दांव पर है. उन्होंने कहा, किसी भी सुपस्टार क्रिकेटर को ओल्ड ट्रैफ़र्ड में ब्रेक नहीं लेना चाहिए. आप यहां छुट्टियां मनाने नहीं आए हैं. आपको यहां क्रिकेट खेलनी है. आप भारत के लिए खेल रहे हैं. आप यहां क्रूज़ पर या ऐसा ही कुछ करने नहीं आए हैं." उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जो खिलाड़ी पहले तीन टेस्ट में नहीं खेल पाए हैं उन्हें ब्रेक के दौरान इंग्लैंड में घरेलू क्रिकेट खेलकर एक्टिव रहना चाहिए.
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कुंबले बोले- बुमराह नहीं खेले तो...
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने भी साफ़ लहजे में कहा है कि बुमराह को किसी भी कीमत पर चौथे टेस्ट में उतारना होगा. कुंबले ने जियो स्टर पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया में कहा, "अगर मैं टीम का हिस्सा होता तो अगले मैच में बुमराह को खेलने के लिए कहता. अगर वो नहीं खेले और आप टेस्ट हार गए, तो बस, सिरीज़़ ख़त्म." कुंबले ने ये भी तर्क दिया, "अगर आराम की ज़रूरत है तो बुमराह अगली घरेलू सिरीज़ में कर सकते हैं, लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जब आप 1-2 से पीछे हैं और आगे के मुक़ाबलों के नतीजे अनिश्चित हैं तो उन्हें बाहर नहीं बिठाया जा सकता है."
इरफ़ान पठान की सीधी बात
उधर पूर्व तेज़ गेंदबाज़ इरफ़ान पठान ने कहा है कि बुमराह का लॉर्ड्स में और अधिक बेहतर इस्तेमाल किया जाना चाहिए था. अपने यूट्यूब चैनल पर इरफ़ान पठान ने बेन स्टोक्स का उदाहरण देते हुए कहा, "लॉर्ड्स में पांचवें दिन की सुबह बेन स्टोक्स ने लगातार 9.2 ओवर के स्पेल डाले. क्या कमाल के खिलाड़ी हैं. बॉलिंग करते हैं, बैटिंग करते हैं, ऋषभ पंत को डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट भी करते हैं. लेकिन उनके वर्कलोड मैनेजमेंट की बात नहीं होती. पर भारत के साथ ऐसा नहीं है. बुमराह ने पांच ओवर गेंदबाज़ी की और दोबारा उन्हें गेंद तब थमाई गई जब जो रूट पिच पर आए. यह निराशाजनक है. एजबेस्टन में आराम देकर उनका वर्कलोड मैनजमेंट किया जा चुका था. वैसे भी जब आप मैच के लिए मैदान पर होते हैं तो वहां वर्कलोड मैनेजमेंट नहीं होता. आपको हर कीमत पर जीत हासिल करनी होती है. भारतीय खेमा इसे बेहतर तरीक़े से कर सकता था."