कोहली-रोहित नहीं हैं तो क्या हुआ, भारत आज भी खतरनाक है... इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का बड़ा बयान
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि विराट कोहली कोहली और रोहित शर्मा की गैर-मौजूदगी के बावजूद भारतीय टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने भारतीय टीम की बल्लेबाजी गहराई की सराहना की, जो उन्हें आईपीएल के अनुभव से पता चली है. स्टोक्स ने विराट कोहली की प्रतिस्पर्धात्मकता और जीत की इच्छा की प्रशंसा की. भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 20 जून से शुरू होगी.

Ben Stokes on Team India without Virat Kohli and Rohit Sharma: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी के बावजूद भारतीय टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने भारतीय टीम की गहराई और प्रतिभा की सराहना की, जो उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अनुभव से पता चली है.
स्टोक्स ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के एक वीडियो में कहा, "भारत के पास बल्लेबाजों की एक अद्भुत फौज है. मैंने आईपीएल में जो समय बिताया है, उससे यह स्पष्ट है कि उनके पास प्रतिभाशाली बल्लेबाजों की कोई कमी नहीं है." उन्होंने यह भी कहा कि कोहली और शर्मा की अनुपस्थिति के बावजूद, भारतीय टीम एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनी रहेगी.
स्टोक्स ने विशेष रूप से विराट कोहली की प्रतिस्पर्धात्मकता और जीत की इच्छा की सराहना की. उन्होंने कहा, "भारत को शायद उनकी प्रतिस्पर्धात्मक भावना और जीत की इच्छा की कमी खलेगी." इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि कोहली की गैर मौजूदगी में भारतीय टीम उनके लड़ाकूपन और प्रतिस्पर्धात्मकता को मिस करेगी. उन्होंने कहा, "वह नंबर 18 की जर्सी को अपना बना चुके हैं. उन्हें मैदान पर नहीं देखना एक कमी होगी."
शुरुआत में विपक्षी टीम पर दबाव बनाने की कोशिश करेगी इंग्लैंड की टीम
स्टोक्स ने यह भी कहा कि इंग्लैंड की टीम टेस्ट मैचों की शुरुआत में विपक्षी टीम पर दबाव बनाने की कोशिश करेगी और फिर खेल के विकास के अनुसार अपनी रणनीति को समायोजित करेगी. उन्होंने कहा, "हम हमेशा टेस्ट मैच की शुरुआत में विपक्षी टीम को आउट करने की कोशिश करते हैं और फिर खेल के विकास के अनुसार अपनी रणनीति को समायोजित करते हैं."
20 जून से शुरू हो रही भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज
स्टोक्स का यह बयान इंग्लैंड और भारत के बीच 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले आया है. यह सीरीज इंग्लैंड के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 'बैजबॉल' की परीक्षा होगी, जिसमें स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम की आक्रामक रणनीति की सफलता का मूल्यांकन किया जाएगा. इस सीरीज में दोनों टीमें नई चुनौतियों और रणनीतियों के साथ मैदान में उतरेंगी.