विराट कोहली को आउट करने की ऑस्ट्रेलिया ने बनाई रणनीति? वर्ल्ड कप विनिंग गेंदबाज ने बताई दिया गेम प्लान
India Vs Australia: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली की बल्लेबाजी हमेशा ही आकर्षक रही है, लेकिन इस बार एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. ग्लेन मैकग्रा की रणनीति को देखते हुए, यह समझना मुश्किल नहीं है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम कोहली को भावनात्मक रूप से निशाना बनाने के लिए तैयार है. हालांकि, कोहली का मानसिक और शारीरिक खेल हमेशा शानदार रहा है, और यह देखना होगा कि क्या वह इस दबाव को मात देकर अपनी लाजवाब बल्लेबाजी को जारी रखते हैं.

भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, जो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय से अपनी कड़ी मेहनत और शानदार प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध रहे हैं, अब दबाव का सामना कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा का मानना है कि आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली को मानसिक दबाव में लाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम एक विशेष रणनीति अपनाएगी. इस लेख में हम जानेंगे कि ऑस्ट्रेलिया की यह रणनीति क्या हो सकती है और क्यों कोहली को इस बार एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
विराट कोहली पर दबाव
कोहली पिछले कुछ समय से अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जानी जाती रही हैं, लेकिन हाल ही में उनके फॉर्म में गिरावट आई है. इस साल खेले गए छह टेस्ट मैचों में उनका औसत सिर्फ 22.72 रहा है, जो उनके लिए चिंता का विषय है. हालांकि, कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान अपनी भावनाओं को हमेशा नियंत्रित रखा है, लेकिन जब वह शुरुआती दौर में अच्छे स्कोर करने में नाकाम रहते हैं, तो यह मानसिक दबाव का कारण बन सकता है.
ग्लेन मैकग्रा का मानना है कि कोहली एक भावनात्मक खिलाड़ी हैं, और यदि उन्हें शुरुआती मैचों में मुश्किलों का सामना करना पड़ा तो वे दबाव महसूस करेंगे. वे कहते हैं, “मुझे लगता है कि वह थोड़ा दबाव में हैं, और अगर वह शुरू में कम स्कोर करते हैं तो वह इसे महसूस करेंगे. वह एक भावनात्मक खिलाड़ी हैं और ऐसे में उन्हें संभालना आसान नहीं होगा."
ऑस्ट्रेलिया की रणनीति
मैकग्रा ने ऑस्ट्रेलिया की रणनीति पर बात करते हुए कहा कि उनकी टीम कोहली को आक्रामक तरीके से निशाना बनाने में सक्षम है. ऑस्ट्रेलियाई टीम जानती है कि अगर कोहली पर मानसिक दबाव डाला जाता है, तो वह उसकी प्रतिक्रिया पर ध्यान देंगे. मैकग्रा के मुताबिक, यदि कोहली अपने भावनाओं को काबू में रखते हैं, तो यह उन्हें उत्साहित भी कर सकता है.
ऑस्ट्रेलिया को यह अच्छी तरह से समझ में आता है कि कोहली के खिलाफ हमला करते वक्त उनकी भावनाओं का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है. यह रणनीति इस बात पर निर्भर करती है कि वे पहले कुछ मैचों में कोहली के खिलाफ कितनी सफल होते हैं. अगर कोहली पर शुरूआत में दबाव डाला जाता है, तो वे मानसिक रूप से खुद को कमजोर महसूस कर सकते हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदेमंद हो सकता है.
कोहली का रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली का टेस्ट रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है. उन्होंने चार दौरों में ऑस्ट्रेलिया में 54.08 की औसत से रन बनाए हैं, जो उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता को दर्शाता है. हालांकि, इस बार चुनौती पहले से बड़ी हो सकती है. चोटिल शुभमन गिल और कप्तान रोहित शर्मा के खेलने में संदेह के कारण, कोहली के ऊपर बल्लेबाजी क्रम का नेतृत्व करने का दबाव होगा. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि वह अपनी शानदार फॉर्म को फिर से हासिल कर पाएंगे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी प्रतिष्ठा को और मजबूत कर सकेंगे.