गर्दन पर लगी गेंद और 17 साल के क्रिकेटर की हो गई मौत, 11 साल पहले फिल ह्यूजेस के साथ हुई घटना की दर्दनाक यादें हुईं ताजा
ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर क्रिकेट जगत को झटका लगा है. मेलबर्न में 17 वर्षीय खिलाड़ी बेन ऑस्टिन की मौत गेंद लगने से हो गई. वह नेट प्रैक्टिस के दौरान सिर और गर्दन पर चोट लगने से घायल हुए थे. हेलमेट पहनने के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी. घटना के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां वे वेंटिलेटर पर रहे लेकिन बचाए नहीं जा सके. यह हादसा 2014 में फिल ह्यूज की मौत की याद दिलाता है, जब उनकी भी गर्दन पर गेंद लगी थी.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में एक बार फिर वही दर्दनाक मंजर लौट आया है जिसने 2014 में पूरे खेल जगत को झकझोर दिया था. फिल ह्यूजेस की मौत के 11 साल बाद अब 17 वर्षीय बेन ऑस्टिन नामक युवा क्रिकेटर की गेंद लगने से मौत हो गई. मेलबर्न के फर्नट्री गल्ली इलाके में मंगलवार शाम यह हादसा हुआ, जब बेन अपने क्लब की ओर से टी20 मैच की तैयारी कर रहे थे. नेट्स में अभ्यास के दौरान गेंद उनके गर्दन और सिर के बीच जा लगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय बेन हेलमेट पहने हुए थे, लेकिन गेंद की रफ्तार और एंगल इतना खतरनाक था कि चोट ने उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. मैदान पर मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत उन्हें प्राथमिक उपचार दिया और फिर मोनाश मेडिकल सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. हालांकि डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई.
'हम बेन के निधन से पूरी तरह टूट गए हैं'
फर्नट्री गल्ली क्रिकेट क्लब ने बयान जारी कर कहा, “हम बेन के निधन से पूरी तरह टूट गए हैं. उनकी कमी पूरी क्रिकेट कम्युनिटी को लंबे समय तक महसूस होगी. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस कठिन समय में उनके परिवार की निजता का सम्मान करें.” बेन न सिर्फ क्रिकेटर थे बल्कि एक समर्पित खेल प्रेमी भी थे - वह Aussie Rules Football और क्रिकेट दोनों खेलों में सक्रिय थे और फर्नट्री गल्ली, मुलग्रेव और एल्डन पार्क क्रिकेट क्लबों से जुड़े हुए थे.
फर्नट्री गल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष आर्नी वॉल्टर्स ने कहा, “यह हमारे क्रिकेट परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है. हम क्लब और परिवार को हर संभव सहयोग देंगे.”
11 साल पहले फिल ह्यूजेस की गेंद लगे से गई थी जान
यह हादसा ठीक 11 साल बाद हुआ जब फिल ह्यूजेस को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर एक घरेलू मैच में गर्दन पर गेंद लगी थी और उनकी मौत ने क्रिकेट जगत को सुरक्षा पर पुनर्विचार करने को मजबूर किया था. ह्यूजेस की मौत के बाद हेलमेट डिज़ाइन में सुधार और नेक गार्ड्स के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया गया था, लेकिन बेन ऑस्टिन का हादसा यह याद दिलाता है कि क्रिकेट आज भी जोखिमों से मुक्त नहीं है.
बेन की मौत से ऑस्ट्रेलिया में गहरा शोक है, और क्रिकेट समुदाय एक बार फिर उस दर्द को महसूस कर रहा है जो कभी फिल ह्यूजेस की विदाई के साथ आया था - एक अधूरी पारी, एक टूटता हुआ सपना.





