5 साल में सिर्फ 2 शतक, विराट कोहली की फॉर्म पर रिकी पोंटिंग ने उठाए सवाल
उन्होंने तीन मैचों में मात्र 93 रन बनाए, जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल था. विराट का यह औसत उनके शानदार करियर के विपरीत है, और इसे लेकर ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पॉन्टिंग ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है.

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन चर्चा का विषय बना हुआ है. पिछले कुछ समय से विराट कोहली के बल्ले से रनों की बारिश थम सी गई है, जिससे उनके प्रशंसक और क्रिकेट विशेषज्ञ चिंतित हैं. हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विराट का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका.
विराट के प्रदर्शन पर पॉन्टिंग की प्रतिक्रिया
विराट कोहली का हालिया प्रदर्शन पिछले पांच वर्षों में उनके फॉर्म में आई गिरावट का एक संकेत है. पिछले 5 सालों में विराट ने टेस्ट क्रिकेट में केवल दो शतक बनाए हैं. रिकी पॉन्टिंग ने इस आँकड़े पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक असामान्य और चिंताजनक आंकड़ा है. पॉन्टिंग ने कहा, "मैंने विराट के बारे में एक आंकड़ा देखा जिसमें कहा गया कि उन्होंने पांच सालों में सिर्फ दो टेस्ट शतक लगाए हैं. यह हैरान करने वाला है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टॉप ऑर्डर का कोई बल्लेबाज शायद ही ऐसा होगा जिसने इतने लंबे समय में इतने कम शतक बनाए हों."
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी का मौका
रिकी पॉन्टिंग का मानना है कि विराट कोहली की मौजूदा फॉर्म को लेकर अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. उनका मानना है कि कोहली जैसे महान खिलाड़ी पर सवाल उठाना अनुचित होगा. पॉन्टिंग ने कहा, "विराट कोहली एक महान खिलाड़ी हैं, और उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना बहुत पसंद है. उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड रहा है." पॉन्टिंग को उम्मीद है कि आगामी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज विराट के करियर के लिए एक नई शुरुआत साबित हो सकती है और उन्हें इस सीरीज में दमदार प्रदर्शन करते हुए देखने की उम्मीद है.
कोहली के करियर का महत्वपूर्ण मोड़
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से शुरू होगी. टीम इंडिया को अगर इस सीरीज में अपना वर्चस्व बनाए रखना है तो विराट कोहली का फॉर्म में लौटना बेहद जरूरी होगा. पॉन्टिंग का मानना है कि यह सीरीज विराट के करियर में नए रंग भर सकती है और इस सीरीज में अगर वह अपने पुराने फॉर्म में लौटते हैं, तो टीम इंडिया के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.