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दुनियाभर में मशहूर है यूपी के रामपुर का ये मंदिर, दूर-दूर से श्रद्धालु करने आते हैं दर्शन!

उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित श्री पहनहारिका महात्रिपुरसुंदरी श्री ललितांबा शक्तिपीठ न केवल भारत में, बल्कि अमेरिका और लंदन जैसे देशों में भी आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है. यह मंदिर श्री यंत्र की प्रतिष्ठा के लिए प्रसिद्ध है और भक्तों को अपनी अनोखी ऊर्जा और आध्यात्मिक वातावरण से जोड़ता है.

दुनियाभर में मशहूर है यूपी के रामपुर का ये मंदिर, दूर-दूर से श्रद्धालु करने आते हैं दर्शन!
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 11 Oct 2024 6:26 PM

Shri Lalitamba Shaktipeeth Temple: उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित श्री पहनहारिका महात्रिपुरसुंदरीश्री ललितांबा शक्तिपीठन केवल भारत में, बल्कि अमेरिका और लंदन जैसे देशों में भी आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है. यह मंदिर श्री यंत्र की प्रतिष्ठा के लिए प्रसिद्ध है और भक्तों को अपनी अनोखी ऊर्जा और आध्यात्मिक वातावरण से जोड़ता है. नवरात्रि और अन्य धार्मिक पर्वों पर यहां की भव्यता देखने लायक होती है.

श्री यंत्र का पहला प्रतिष्ठान

श्री ललितांबा शक्तिपीठ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह श्री यंत्र का पहला प्रतिष्ठान है. यहां स्थापित श्री यंत्र का महत्व अत्यधिक माना जाता है और यह अन्य मंदिरों से इस मंदिर को विशेष रूप से अलग बनाता है. भक्त यहां दूर-दूर से सिर्फ श्री यंत्र की पूजा करने और इसका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं.

दिव्य संकेत से हुई मंदिर की स्थापना

1981 में यहां के महंत को एक दिव्य स्वप्न प्राप्त हुआ, जिसमें देवी मां ने उन्हें इस स्थान पर मंदिर निर्माण करने का आदेश दिया. इसके बाद 1986 में इस पवित्र स्थल पर मंदिर का निर्माण पूरा हुआ. तब से यह शक्तिपीठ हजारों भक्तों के लिए एक तीर्थस्थल बन गया है, जहां उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव का अनुभव होता है.

आस्था और परंपरा का सजीव केंद्र

यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां की परंपराएं और रीति-रिवाज इसे और भी विशेष बनाते हैं. नवरात्रि के समय यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है, जो देवी मां के दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर में स्थित माता की प्रतिमा अत्यंत आकर्षक और भक्तों के आस्था का केंद्र है.

मंदिर की आकर्षक प्रतिमाएं

श्री ललितांबा शक्तिपीठ में केवल ललिता माता की प्रतिमा ही नहीं, बल्कि श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान और शिव परिवार की प्रतिमाएं भी हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बनी हुई हैं. इसके अलावा, श्री विद्या के प्रचार-प्रसार में संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले आचार्य जितेंद्र चंद्र भारतीय की प्रतिमा भी यहां स्थापित है, जो इस शक्तिपीठ के महत्व को और बढ़ाती है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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