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Sawan 2025: सावन की कौन-कौन सी तिथियां रुद्राभिषेक के लिए होती हैं फलदायी, जानिए इसका महत्व और लाभ

सावन का महीना भगवान शिव और पार्वती का बहुत ही प्रिय महीना माना जाता है. हर वर्ष श्रावण माह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. सावन के महीने में भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है. जिसमें भगवान शिव का रुद्राभिषेक एक बहुत खास अनुष्ठान होता है.

Sawan 2025: सावन की कौन-कौन सी तिथियां रुद्राभिषेक के लिए होती हैं फलदायी, जानिए इसका महत्व और लाभ
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State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Updated on: 30 Jun 2025 12:44 PM IST

सावन के महीने को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र, लाभकारी और पुण्यदायी माना जाता है. सावन का महीना भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-आराधना, मंत्रोचार और धार्मिक अनुष्ठान के लिए समर्पित होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस माह में सबसे ज्यादा भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्त होती है, इसलिए पूरे माह शिवजी की विशेष रूप से पूजा-आराधना करने का महत्व होता है. सावन में लोग शिवजी को प्रसन्न करने के लिए सावन सोमवार का व्रत रखते हैं, हर एक दिन अपने घरों के पास स्थित शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार और कुछ विशेष तिथियों पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से हर तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. आइए जानते हैं सावन के महीने में पड़ने वाली किन-किन तिथियों पर भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक विशेष फलदायी होता है.

सावन 2025 कब से कब तक ?

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है और समापन 9 अगस्त को होगा. यानी पूरे 30 दिनों तक शिवजी की भक्ति और आराधना करने का अवसर मिलेगा. इन 30 दिनों में भगवान शिव की आराधना, उपासना और धार्मिक अनुष्ठान बहुत ही शुभ और फलदायी साबित होगा.

सावन में रुद्राभिषेक का महत्व

सावन का महीना भगवान शिव और पार्वती का बहुत ही प्रिय महीना माना जाता है. हर वर्ष श्रावण माह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. सावन के महीने में भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है. जिसमें भगवान शिव का रुद्राभिषेक एक बहुत खास अनुष्ठान होता है. रुद्राभिषेक, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही शुभ और पवित्र अनुष्ठान माना जाता है. रुद्राभिषेक भगवान शिव की पूजा करने की एक विशेष विधि है, जिसमें शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, गन्ने के रस आदि से शिवजी का अभिषेक किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव बहुत ही प्रसन्न होते हैं. इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है. सावन के महीने में कुछ तिथियों पर रुद्राभिषेक करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.

सावन में रुद्राभिषेक के लिए शुभ तिथियां

पहला सावन सोमवार- 14 जुलाई

दूसरा सावन सोमवार- 21 जुलाई

तीसरा सावन सोमवार- 28 जुलाई

चौथा सावन सोमवार- 4 अगस्त

सावन शिवरात्रि- 23 जुलाई

नाग पंचमी- 29 जुलाई

रुद्राभिषेक करने से लाभ

अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं.

1- रुद्राभिषेक करने से पूर्व जन्म और इस जन्म में जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है.

2- आर्थिक स्थिति में मजबूती और धन की प्राप्ति के लिए सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना शुभ होता है.

3- जिन लोगों को गंभीर बीमारी है उनको इससे निजात पाने के लिए सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना बहुत अच्छा होता है.

4- जिन लोगों की कुंडली में कोई ग्रह से संबंधी दोष होते हैं सावन के महीने रुद्राभिषेक करने यह दोष दूर हो जाते हैं.

5- रुद्राभिषेक करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है.

6- रुद्राभिषेक करने से किसी खास तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है.

7- घर में अगर वास्तु से संबधित कोई परेशानी है तो रुद्राभिषेक करने से इस दोष से छुटकारा मिल जाता है.

8- छात्रों को शिक्षा और करियर में सफलता पाने के लिए रुद्राभिषेक करना बहुत ही शुभ साबित होता है.

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