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प्रेमानंद जी महाराज के भक्तों के लिए खुशखबरी, रूट और टाइमिंग में बदलाव के साथ फिर शुरू हुई पदयात्रा

Premanand Ji Maharaj Ratri Darshan Padyatra: प्रेमानंद जी महाराज के रात्रि दर्शन की पदयात्रा स्थानी लोगों के विराोध के बाद बंद कर दी गई थी. लेकिन कुछ बदलाव के साथ इसे फिर से शुरू कर दिया गया है. अब रात 2 बजे की जगह सुबह 4 बजे निकलती है. साथ ही महाराज अब पैदलयात्रा की जगह कार में सवार होकर अपनी केली कुंज की यात्रा पूरी करते हैं.

प्रेमानंद जी महाराज के भक्तों के लिए खुशखबरी, रूट और टाइमिंग में बदलाव के साथ फिर शुरू हुई पदयात्रा
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( Image Source:  @SriHariBhakt, @VikramSaysX )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 13 Oct 2025 11:51 AM IST

Premanand Ji Maharaj: वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज को शायद ही कोई हो जो न जानता हो. सोशल मीडिया पर उनकी शिक्षा और भक्तों को उपदेश देते बहुत से वीडियो वायरल होते रहे हैं. महाराज जी के भक्तों में भोजपुरी एक्टर रवि किशन, भारतीय क्रिकेटर विराट कोलही, एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा समेत कई बड़े इंफ्लुएंसर और दिग्गज शामिल हैं. इन दिनों महाराज अपने रात्रि दर्शन पर स्थानीय लोगों के विरोध का सामना कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, वृंदावन के कुछ लोगों ने हाल ही में प्रेमानंद जी महाराज के रात्रि दर्शन के लिए पदयात्रा पर रोक लगाने की मांग की थी. जिसके बाद यात्रा रोक दी गई थी और भक्त उनके दर्शन नहीं कर पा रहे थे. लेकिन अब भक्तों के लिए खुशखबरी है. महाराज की पदयात्रा के समय और रूट में बदलाव किया गया है. अब यह यात्रा रात 2 बजे की जगह सुबह 4 बजे निकाली जाती है.

पदयात्रा का बदला गया रूट और टाइमिंग

पहले प्रेमानंद जी महाराज रोजाना अपने आश्रम श्रीकृष्णा शरणम से रात 2 बजे पदयात्रा करते हुए श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, इस दौरान उनके बहुत से शिष्य और पुलिस की गाड़ियां आगे पीछे चलती थी. पुलिस ड्यूटी पर रहती थी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करती है. नए बदलाव के अनुसार, महाराज जी पैदल न चलकर अब कार से अपनी केली कुंज की यात्रा पूरी करते हैं और पहले की तरह उनके भक्त रास्ते के दोनों ओर खड़े रहते हैं. पदयात्रा का समय अब 2 बजे की जगह 4 बजे हो गया है.

थोड़ी देर के लिए होते हैं महाराज के दर्शन

प्रेमानंद जी महाराज अपनी कार से केली कुंज पहुंचते हैं. रास्ते में वह थोड़ी देर के लिए पैदल चलते हैं और भक्त उन्हें देखने के लिए खुशी से झूम उठते हैं. विरोध के बाद उनकी यात्रा एनआरआई ग्रीन के सामने से नहीं गुजरती. हालांकि पहले की तरह रात्रि दर्शन रद्द होने से उनके भक्त बहुत दुखी हैं. महाराज जी के दर्शन के लिए अलग-अलग राज्यों से लोग वृंदावन आते हैं. यहां तक क भक्त पदयात्रा के दौरान रास्ते में फूलों की रंगोली भी बनाते हैं, जिस पर वह पैर रखकर जाते थे.

क्यों हो रहा था पदयात्रा का विरोध?

प्रेमानंद जी महाराज की पहले रात में 2 बजे पदयात्रा निकलती थी, लेकिन इसकी तैयारी रात 11 बजे से ही शुरू हो जाती थी. इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु रास्ते में दोनों साइड लगी रस्सी के उस पार खड़े रहते थे. श्रीकृष्णा शरणम से श्री हित राधा केलि कुंज के रास्ते में आने वाले एनआरआई ग्रीन कॉलोनी पड़ती है. इस पदयात्रा के दौरान होने वाले शोर से परेशान होकर सोसाइटी के लोगों ने शिकायत की थी. जिसमें ऊंची आवाज में भजन कीर्तन, पटाखे और आतिबाजी की आवाज से लोगों की नींद खराब होती थी. इसका असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ता था. इसलिए सोसाइटी वालों ने यह आपत्ति जताई थी.

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