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Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव जयंती पर करें यह खास पूजा, हर संकट और भय से मिलेगा छुटकारा!

काल भैरव, भगवान शिव का रौद्र रूप हैं, जिनकी पूजा से सभी प्रकार के भय, नकारात्मकता और दुखों से मुक्ति मिलती है. हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव जयंती मनाई जाती है. इस साल यह पर्व 22 नवंबर 2024, शुक्रवार को मनाया जाएगा. आइए जानते हैं काल भैरव जयंती के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व.

Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव जयंती पर करें यह खास पूजा, हर संकट और भय से मिलेगा छुटकारा!
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( Image Source:  Sora_ AI )
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 9 Dec 2025 1:55 PM IST

Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव, भगवान शिव का रौद्र रूप हैं, जिनकी पूजा से सभी प्रकार के भय, नकारात्मकता और दुखों से मुक्ति मिलती है. हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव जयंती मनाई जाती है. इस साल यह पर्व 22 नवंबर 2024, शुक्रवार को मनाया जाएगा. आइए जानते हैं काल भैरव जयंती के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व.

काल भैरव जयंती शुभ मुहूर्त

इस दिन पूजा का सबसे शुभ समय अभिजित मुहूर्त सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक रहेग. मान्यता है कि इस मुहूर्त में की गई पूजा से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है.

पूजा विधि

  • प्रातः काल स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें.
  • भगवान शिव और काल भैरव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें.
  • काले तिल, उड़द की दाल, और सरसों का तेल अर्पित करें.
  • सरसों के तेल का दीपक जलाकर पूजा करें.
  • काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाना शुभ माना जाता है.
  • भगवान काल भैरव की आरती करें और अपनी इच्छाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें.
  • इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और गणेश जी की पूजा भी करनी चाहिए.

काल भैरव जयंती का महत्व

काल भैरव जयंती का खास महत्व है. भगवान काल भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है और उनकी पूजा के बिना भगवान विश्वनाथ की आराधना अधूरी मानी जाती है. उनकी कृपा से भय, नकारात्मक शक्तियां और ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं. काल भैरव की पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि का आगमन होता है. यह पर्व विशेष रूप से आत्मबल और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है.

काल भैरव जयंती पर विधि-विधान से पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते हैं. इस पवित्र दिन पर भगवान काल भैरव की आराधना से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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